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नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले मेडिकल स्टोर संचालक पर केस दर्ज

बरेली में कोरोना के मरीजों को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचे जा रहे हैं. शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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Published : Jun 9, 2021, 10:17 PM IST

बरेली: जिले के फतेहपुर पश्चिमी थाना क्षेत्र में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने का मामला संज्ञान में आया है. एक युवक ने मेडिकल स्टोर संचालक से 90 हजार रुपये में अपने पिता के लिए दो नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदे थे. मामला उजागर होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.

यह भी पढ़ें: दलित छात्रा से गैंगरेप का चौथा आरोपी भी गिरफ्तार, दो फरार



डॉक्टरों ने इंजेक्शन लगाने की दी थी सलाह

पीड़ित ने बताया कि उसके पिता जब बीमार हुए और सांस लेने में दिक्कत हुई, तो उनका कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. पीड़ित ने इस बारे में एसएसपी को एक लिखित शिकायत पत्र दिया, जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने की सलाह दी.

90 हजार रुपये में दो इंजेक्शन मेडिकल स्टोर से खरीदने की शिकायत

डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने अपने पिता के लिए दो इंजेक्शन का इंतजाम किया, लेकिन तबीयत ज्यादा खराब हुई तो वह अपने पिता को इलाज के लिए दिल्ली ले गए. जहां उनके पिता की मौत हो गई. उनका कहना था कि डॉक्टरों के कहने पर वो 90 हजार रुपये में दो रेमडिसिविर इंजेक्शन मेडिकल स्टोर से खरीदने की शिकायत की है.

पीड़ित ने एसएसपी से की शिकायत

मृतक के पुत्र संस्कार अग्रवाल ने बताया कि जब उन्होंने अचानक इंजेक्शन को देखा तो उन्हें जानकारी हुई कि वो इंजेक्शन नकली है. इसके बाद पीड़ित परिवार ने उसी मेडिकल स्टोर वाले से फिर एक बार संपर्क साधा, जिसने वह इंजेक्शन दिया था. लेकिन मेडिकल स्टोर संचालकों ने पैसे वापस नहीं किये. इतना ही नहीं पीड़ित का आरोप है कि उसके साथ बदसलूकी भी की गई.

एसएसपी के आदेश पर FIR दर्ज

एसएसपी ने इस मामले में जांच औषधि विभाग को सौंप दी है. एसएसपी के आदेश के बाद फतेहगंज पश्चिमी थाना में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दे दिए. उन्होंने बताया कि फतेहगंज के मनोहर मेडिकल स्टोर स्वामी अनमोल व प्रयाग के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए गए हैं.

बरेली: जिले के फतेहपुर पश्चिमी थाना क्षेत्र में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने का मामला संज्ञान में आया है. एक युवक ने मेडिकल स्टोर संचालक से 90 हजार रुपये में अपने पिता के लिए दो नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदे थे. मामला उजागर होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.

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डॉक्टरों ने इंजेक्शन लगाने की दी थी सलाह

पीड़ित ने बताया कि उसके पिता जब बीमार हुए और सांस लेने में दिक्कत हुई, तो उनका कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. पीड़ित ने इस बारे में एसएसपी को एक लिखित शिकायत पत्र दिया, जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने की सलाह दी.

90 हजार रुपये में दो इंजेक्शन मेडिकल स्टोर से खरीदने की शिकायत

डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने अपने पिता के लिए दो इंजेक्शन का इंतजाम किया, लेकिन तबीयत ज्यादा खराब हुई तो वह अपने पिता को इलाज के लिए दिल्ली ले गए. जहां उनके पिता की मौत हो गई. उनका कहना था कि डॉक्टरों के कहने पर वो 90 हजार रुपये में दो रेमडिसिविर इंजेक्शन मेडिकल स्टोर से खरीदने की शिकायत की है.

पीड़ित ने एसएसपी से की शिकायत

मृतक के पुत्र संस्कार अग्रवाल ने बताया कि जब उन्होंने अचानक इंजेक्शन को देखा तो उन्हें जानकारी हुई कि वो इंजेक्शन नकली है. इसके बाद पीड़ित परिवार ने उसी मेडिकल स्टोर वाले से फिर एक बार संपर्क साधा, जिसने वह इंजेक्शन दिया था. लेकिन मेडिकल स्टोर संचालकों ने पैसे वापस नहीं किये. इतना ही नहीं पीड़ित का आरोप है कि उसके साथ बदसलूकी भी की गई.

एसएसपी के आदेश पर FIR दर्ज

एसएसपी ने इस मामले में जांच औषधि विभाग को सौंप दी है. एसएसपी के आदेश के बाद फतेहगंज पश्चिमी थाना में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दे दिए. उन्होंने बताया कि फतेहगंज के मनोहर मेडिकल स्टोर स्वामी अनमोल व प्रयाग के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए गए हैं.

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