बरेली: कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने और बचाव के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है. इस दौरान लोगों को केवल जरूरी काम के लिए ही घर से बाहर निकलने का निर्देश केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दिया गया है. वहीं लॉकडाउन के कारण रोज काम करने वाले परिवार और मजदूरी करने वाले दिहाड़ी मजदूरों को रोजी-रोटी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या को देखते हुए ईटीवी भारत ने अपना हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिससे परेशानी में फंसे लोगों तक मदद पहुंच सके.
बुधवार सुबह ईटीवी भारत को करीब 200 परिवार और उनके साथ कुछ बच्चों के भूखे होने की सूचना मिली, जिसके बाद ईटीवी भारत की पहल पर शास्त्री नगर कमेटी के सदस्यों की मदद से इन परिवारों के लिए खाने की व्यवस्था की गई.
'ईटीवी भारत ने किया मदद'
ईटीवी भारत से बातचीत में शास्त्री नगर कमेटी के संचालक और पार्षद के पति शशि गौतम ने बताया कि ईटीवी भारत की टीम के सहयोग से कुछ लोगों की मदद करने का फैसला लिया गया, क्योंकि हमारे टीम एक सदस्य से जानकारी मिली कि परेशानी में फंसे गरीब और मजदूरों की मदद के लिए ईटीवी भारत ने हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है. उसी को लेकर आज हमने ईटीवी भारत के साथ मिलकर इस कार्य को आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया.
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ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कमेटी के सदस्य विशाल श्रीवास्तव ने बताया कि 23 तारीख के बाद जब 21 दिन का लॉकडाउन हुआ तो कमेटी ने एक बैठक ली, जिसमें निर्णय लिया गया कि 21 दिन का लॉक डाउन बहुत होता है. गरीब मजदूरों के लिए जो रोजमर्रा की जिंदगी जी रहे हैं, उनके एक किचन अपने कमेटी का तैयार किया जाए, जिसमें रोज हम 500 से 700 पैकेट बनाकर जो जरूरतमंद, बेसहारा, मजदूर और रिक्शे वाले हैं, उनको अपने माध्यम से खाने के पैकेट वितरण किए जाएं.