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MJPRU की नई पहल, छात्रों को पढ़ाई के साथ मिलेगा कमाई का मौका

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत महात्मा ज्योतिबा फूले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय स्टूडेंट एक्सपेरिएंटल लर्निंग प्रोग्राम के जरिये अर्निंग व्हाइल लर्निंग पॉलिसी के तहत स्टूडेंट्स के लिए एक फुलप्रूफ प्लान लेकर आया है. जिसका फायदा छात्रों को भविष्य में होने वाला है.

EARNING WHILE LEARNING
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Published : Mar 8, 2021, 1:18 PM IST

बरेली: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब महात्मा ज्योतिबा फूले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय स्टूडेंट एक्सपेरिएंटल लर्निंग प्रोग्राम के जरिये अर्निंग व्हाइल लर्निंग पॉलिसी के तहत स्टूडेंट्स के लिए एक फुलप्रूफ प्लान लेकर आया है. MJPRU इस दिशा में शुरुआत करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है. महात्मा ज्योतिबाफूले रुहेलखण्ड यूनिवर्सिटी अब नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत लगातार दिए गए दिशा निर्देशों को लागू करने की दिशा में दृढ़ संकल्पित है.

पढ़ाई के साथ होगी कमाई

यह भी पढ़ें: MJPRU में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन


जल्द ही सभी विषयों के स्टूडेंट्स के लिए लागू होगा ELP प्लान

MJPRU ने भी अब स्टूडेंट एक्सपेरिएंटल लर्निंग प्रोग्राम के जरिये अर्निंग व्हाइल लर्निंग पॉलिसी को धरातल पर उतारना शुरू कर दिया है. यूनिवर्सिटी के छात्रों को भी इससे लाभ होगा. विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों की माने तो एक्सपिरेंसियल लर्निंग प्रोग्राम को सभी विभागों में लागू करने की तैयारी है.


छात्र-छात्राओं को स्वाबलंबी बनाने को हो रहीं कोशिशें

विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जो भी दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं, उस दिशा में विश्वविद्यालय तत्काल कार्य कर रहा है. ये कोशिश की जा रही है कि EARNING WHILE LEARNING कार्यक्रम से यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं को स्वाबलंबी बनाया जा सके.

होटल मैनेजमेंट के छात्रों को सबसे पहले मिलेगा मौका

MJPRU ने इस दिशा में शुरुआत करते हुए होटल मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं के लिए प्रथम चरण में इसे लागू किया है. उन्होंने कहा कि इसकी मॉनिटरिंग सम्बन्धित विभाग के अधिकारी ही करेंगे.


होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट के ग्रुप को दिए जा चुके हैं 3 लाख रुपये

कुलपति ने बताया कि एक्सपिरिएंशियल लर्निंग प्रोग्राम यानी ELP के तहत तीन लाख रुपये का फंड भी दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस फंड से होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी के गेस्टहाउस में होने वाले आयोजनों को ऑर्गनाइज करेंगे. उन्हें इसके लिए अवसर दिया जा रहा है. इतना ही नहीं यहां स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ-साथ कमाई भी कर सकेंगे.


बढे़गा ज्ञान बनेंगे अनुभवी

कुलपति केपी सिंह ने बताया कि एक साल बाद यूनिवर्सिटी के छात्रों से तीन लाख रुपये की राशि वापस ली जाएगी. इस दौरान छात्र जो भी पढ़ाई के साथ-साथ कार्य करके कमाएंगे उसे आपस में बराबर-बराबर शेयर कर लेंगे. इससे उनमें कॉन्फिडेंस तो आएगा ही साथ ही व्यवहारिक ज्ञान भी हासिल होगा.


प्रदेश में ELP की शुरुआत करने वाली MJPRU बनी पहली यूनिवर्सिटी

कुलपति ने बताया कि विदेशों में पढ़ाई के साथ-साथ इस तरह के कार्यक्रम स्टूडेंट्स के लिए रहते हैं. जहां वो पढ़ाई के साथ कमाई भी कर सकते हैं. उसी पद्धति को देश में भी लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय पहली ऐसी यूनिवर्सिटी है जहां सबसे पहले इस दिशा में कार्य किया जा रहा है. इससे न सिर्फ छात्रों को फायदा होगा बल्कि गरीब छात्रों और ग्रामीण परिवेश से जुड़े छात्रों के पढ़ाई का खर्च भी निकल जाएगा.

छात्रों को तैयार करना ही उद्देश्य

कॉलेज के विधि संकाय के चीफ प्रॉक्टर व मीडिया सेल प्रभारी प्रोफेसर डॉक्टर अमित सिंह का कहना है कि प्रत्येक विषय के छात्र छात्राओं को इसे अवसर मिल सकेंगे. उन्होंने बताया कि ऐसे मानव संसाधन बनाने की ओर इस योजना के अंतर्गत कार्य किया जा रहा है. जिससे की छात्र छात्राएं शिक्षा लेते हुए ही अपने पैरों पर खड़े हो जाएं. प्रोफेसर डॉक्टर अमित ने कहा कि छात्रों को सकारात्मकता देना, आत्मनिर्भर बनाना और भविष्य के लिए तैयार करना ही हमारा उद्देश्य है.


छात्रों का भविष्य होगा उज्ज्वल

इस योजना को स्टूडेंट्स की सराहना मिल रही है. यूनिवर्सिटी की छात्रा अमीषा पटेल कहती हैं कि ये बेहद सराहनीय और अच्छा कदम है. स्टूडेंट उमंग सिंह कहती हैं कि ये उनके लिए फायदेमंद होगा. स्टूडेंट गुंजन रानी कहती हैं कि इससे उन्हें नॉलेज तो मिलेगी ही प्रेक्टिकल भी होगा व इससे उनका जेब खर्च भी चल सकेगा.

बरेली: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब महात्मा ज्योतिबा फूले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय स्टूडेंट एक्सपेरिएंटल लर्निंग प्रोग्राम के जरिये अर्निंग व्हाइल लर्निंग पॉलिसी के तहत स्टूडेंट्स के लिए एक फुलप्रूफ प्लान लेकर आया है. MJPRU इस दिशा में शुरुआत करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है. महात्मा ज्योतिबाफूले रुहेलखण्ड यूनिवर्सिटी अब नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत लगातार दिए गए दिशा निर्देशों को लागू करने की दिशा में दृढ़ संकल्पित है.

पढ़ाई के साथ होगी कमाई

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जल्द ही सभी विषयों के स्टूडेंट्स के लिए लागू होगा ELP प्लान

MJPRU ने भी अब स्टूडेंट एक्सपेरिएंटल लर्निंग प्रोग्राम के जरिये अर्निंग व्हाइल लर्निंग पॉलिसी को धरातल पर उतारना शुरू कर दिया है. यूनिवर्सिटी के छात्रों को भी इससे लाभ होगा. विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों की माने तो एक्सपिरेंसियल लर्निंग प्रोग्राम को सभी विभागों में लागू करने की तैयारी है.


छात्र-छात्राओं को स्वाबलंबी बनाने को हो रहीं कोशिशें

विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत जो भी दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं, उस दिशा में विश्वविद्यालय तत्काल कार्य कर रहा है. ये कोशिश की जा रही है कि EARNING WHILE LEARNING कार्यक्रम से यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं को स्वाबलंबी बनाया जा सके.

होटल मैनेजमेंट के छात्रों को सबसे पहले मिलेगा मौका

MJPRU ने इस दिशा में शुरुआत करते हुए होटल मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं के लिए प्रथम चरण में इसे लागू किया है. उन्होंने कहा कि इसकी मॉनिटरिंग सम्बन्धित विभाग के अधिकारी ही करेंगे.


होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट के ग्रुप को दिए जा चुके हैं 3 लाख रुपये

कुलपति ने बताया कि एक्सपिरिएंशियल लर्निंग प्रोग्राम यानी ELP के तहत तीन लाख रुपये का फंड भी दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस फंड से होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी के गेस्टहाउस में होने वाले आयोजनों को ऑर्गनाइज करेंगे. उन्हें इसके लिए अवसर दिया जा रहा है. इतना ही नहीं यहां स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ-साथ कमाई भी कर सकेंगे.


बढे़गा ज्ञान बनेंगे अनुभवी

कुलपति केपी सिंह ने बताया कि एक साल बाद यूनिवर्सिटी के छात्रों से तीन लाख रुपये की राशि वापस ली जाएगी. इस दौरान छात्र जो भी पढ़ाई के साथ-साथ कार्य करके कमाएंगे उसे आपस में बराबर-बराबर शेयर कर लेंगे. इससे उनमें कॉन्फिडेंस तो आएगा ही साथ ही व्यवहारिक ज्ञान भी हासिल होगा.


प्रदेश में ELP की शुरुआत करने वाली MJPRU बनी पहली यूनिवर्सिटी

कुलपति ने बताया कि विदेशों में पढ़ाई के साथ-साथ इस तरह के कार्यक्रम स्टूडेंट्स के लिए रहते हैं. जहां वो पढ़ाई के साथ कमाई भी कर सकते हैं. उसी पद्धति को देश में भी लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय पहली ऐसी यूनिवर्सिटी है जहां सबसे पहले इस दिशा में कार्य किया जा रहा है. इससे न सिर्फ छात्रों को फायदा होगा बल्कि गरीब छात्रों और ग्रामीण परिवेश से जुड़े छात्रों के पढ़ाई का खर्च भी निकल जाएगा.

छात्रों को तैयार करना ही उद्देश्य

कॉलेज के विधि संकाय के चीफ प्रॉक्टर व मीडिया सेल प्रभारी प्रोफेसर डॉक्टर अमित सिंह का कहना है कि प्रत्येक विषय के छात्र छात्राओं को इसे अवसर मिल सकेंगे. उन्होंने बताया कि ऐसे मानव संसाधन बनाने की ओर इस योजना के अंतर्गत कार्य किया जा रहा है. जिससे की छात्र छात्राएं शिक्षा लेते हुए ही अपने पैरों पर खड़े हो जाएं. प्रोफेसर डॉक्टर अमित ने कहा कि छात्रों को सकारात्मकता देना, आत्मनिर्भर बनाना और भविष्य के लिए तैयार करना ही हमारा उद्देश्य है.


छात्रों का भविष्य होगा उज्ज्वल

इस योजना को स्टूडेंट्स की सराहना मिल रही है. यूनिवर्सिटी की छात्रा अमीषा पटेल कहती हैं कि ये बेहद सराहनीय और अच्छा कदम है. स्टूडेंट उमंग सिंह कहती हैं कि ये उनके लिए फायदेमंद होगा. स्टूडेंट गुंजन रानी कहती हैं कि इससे उन्हें नॉलेज तो मिलेगी ही प्रेक्टिकल भी होगा व इससे उनका जेब खर्च भी चल सकेगा.

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