बरेली. जनपद के भोजीपुरा थाना क्षेत्र गांव खितौसा मे मामूली घटना ने सांप्रदायिक दंगे का रूप ले लिया. रंग डालने का विरोध में दो संप्रदायों के बीच जमकर पथराव और लाठी डंडे चले. हंगामे में दोनों तरफ के चौदह लोग घायल हो गए. इसमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर 14 नामजद व 65 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है. एहतियातन पीएसी और पुलिस फोर्स गांव में तैनात कर दी गई है.
भोजीपुरा इलाके के खितौसा गांव मे फतेहगंज गांव सफरी निवासी दुर्गेश कुमार खितौसा के पूर्व प्रधान शंकर लाल गंगवार के घर होली मिलने आ रहे थे. आरोप है कि करीब 12 बजे रास्ते में खितौसा के शकूर का ट्रैक्टर खड़ा था. जब दुर्गेश ने हॉर्न दिया तो शकूर उत्तेजित होकर गाली गलौज करने लगा.
दुर्गेश ने जैसे-तैसे शंकर लाल के घर पहुंचकर सारी घटना बताई. दुर्गेश को साथ लेकर शंकर शकूर अहमद के घर पहुंचे तो वह अपने परिजनों के साथ हाथों में लाठियां, गड़ासे लिए खड़ा था. शंकर कुछ पूछ पाते इससे पहले ही उन लोगों ने दुर्गेश व शंकर पर हमला कर दिया और लाठी-डंडों से पीटने लगे.
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वहीं बचाने आए आकाश, कामेश्वर, देशराज, मिढ़ई लाल, तुलाराम की भी पिटाई कर दी. इधर शकूर अहमद ने थाने मे दर्ज रिपोर्ट मे कहा है कि वह मीरगंज चीनी मिल पर गन्ना पहुंचाकर आ रहा था. पेट्रोल पंप के पास नहर गांव के शंकर लाल अमित, आकाश, कामेश्वर, जगदीश ने कार लगाकर उन्हे रोक लिया. शकूर कच्चे रास्ते से चला गया लेकिन उक्त लोग अपने अन्य साथियों के साथ आकर डोरीलाल के बाग पर घेर लिया.
शकूर ने बताया कि रंग डालने का विरोध करने पर लाठी डंडो से पिटाई करने लगे. उन्हें बचाने आए जमील अहमद, कदीर अहमद, बशीर अहमद मां बशीरन भाई नबी अहमद की भी हमलावरों ने पिटाई कर दी. हमलावरों ने जमकर पथराव किया. चौकीदार की सूचना पर पर भोजीपुरा थाने से फोर्स पहुंच गया. पुलिस को देखकर हमलावर फरार हो गये. पुलिस ने परिजनों की मदद से घायलों को अस्पताल भिजवाया.
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