बरेली: शनिवार को नवाबगंज कस्बे में एक युवक का शव बंद कमरे में फांसी के फंदे से लटकता मिला. परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी.
दरअसल, नवाबगंज कस्बे के आदर्श नगर मोहल्ले में पूर्व माध्यमिक विद्यालय के कर्मचारी देवराज ने बंद कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने बताया कि देवराज शराब पीने का आदी था. वह किराये के मकान में अपने दो बेटे और पत्नी मीना के साथ रहता था. पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमशाह में कर्मचारी था. मृतक की पत्नी मीना ने बताया कि कुछ दिन पहले देवराज का किसी व्यक्ति से विवाद हो गया था, जिसमें उस व्यक्ति ने उसकी पिटाई कर दी थी.
मीना ने बताया कि यह मामला पुलिस तक भी पहुंचा था, लेकिन कुछ समय के बाद दोनों में समझौता हो गया. फिर एक दिन देवराज शराब पीकर घर पहुंचा तो उन दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया. मीना ने आरोप लगाया कि उसी दौरान नीचे रह रहे मकान मालिक और उनकी पत्नी उनके पास पहुंचे और उनके साथ हाथापाई करने लगे. इसी बेइज्जती की वजह से देवराज ने मौत को गले लगा लिया.
मकान मालिक रेनू गुप्ता ने बताया कि उनके पति काफी समय से बुखार पीड़ित हैं. वह कमजोरी के कारण ठीक तरीके से चल भी नहीं सकते. देवराज आए दिन शराब पीकर घर में गाली-गलौज करता था, जिससे उसका परिवार परेशान रहता था. रेनू गुप्ता ने बताया हाल ही में देवराज और उसकी पत्नी का किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. उनके कमरे से रोने की आवाजें आ रही थीं और उसकी पत्नी मीना जख्मी हालत में थी.
रेनू गुप्ता ने बतााय कि जब उनके पति उन लोगों को समझाने के लिए उनके पास पहुंचे तब देवराज ने उल्टा उनके साथ मारपीट की. इसको लेकर थाने में तहरीर दी गई थी. रेनू गुप्ता ने बताया बीती रात क्या हुआ, उन्हें कुछ नहीं मालूम. देवराज की पत्नी उन पर झूठा इल्जाम लगा रही है. फिलहाल मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी प्रभात कुमार और कोतवाल ने परिजनों से जानकारी ली और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.