बरेलीः कोर्ट के आदेश पर इंस्पेक्टर समेत 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है. कोर्ट ने यह आदेश नाबालिग की पिटाई से हुई मौत के मामले में दिया है.
बता दें कि 17 अप्रैल 2023 को पप्पू निवासी भरतौल थाना कैंट ने अपनी एक भैंस मारिया फ्रोजन फैक्ट्री को बेची थी जिसका पैसा पप्पू का बेटा अकरम (17 वर्ष) लेने के लिया गया था. अकरम कई घंटे तक नहीं घर पहुंचा तो उसके पिता ने उसे फोन पर जानकारी ली तो पता चला कि वह रास्ते में हैं. आरोप है कि देर रात पप्पू के मोबाइल पर कॉल आई कि 50 हजार रुपए लेकर आओ नहीं तो तुम्हारे बेटे का गो हत्या में चालान कर देंगे. पप्पू का आरोप है कि जब वह पहुंचे तो देखा कि एक दारोगा, सिपाही व होमगार्ड बेटे को पीट रहे हैं और उनका बेटा लहूलुहान होकर जमीन पर पड़ा है।
तभी गांव के प्रधान ने घटना की जानकारी इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार को फोन पर दी. कुछ देर बाद इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस पर कार्रवाई करने के बजाए पुलिस की ही तरफदारी करने लगे. इसी दौरान पुलिस की पिटाई से घायल अकरम की मौत हो गई. गांव वालों ने हंगामा किया तो पुलिस ने शव का आनन-फानन में पोस्टमार्टम कराया.
पोस्टमार्टम में पता चला कि अकरम की मौत 16 चोटों की वजह से हुई थी. अकरम जो भैंस बेचकर रुपए ला रहा था वह भी उसके पास नहीं थे. पुलिस ने दबाब बनाने के लिए उल्टा पप्पू व अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. पीड़ित पप्पू ने अपने बेटे की हत्या की शिकायत पुलिस व पुलिस अधिकारियों से की मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद पीड़ित पप्पू ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
बताया जा रहा है कि उक्त घटना का गांव वालों ने वीडियो बना लिया था. कोर्ट के आदेश पर इंस्पेक्टर बिथरी चैनपुर अश्वनी कुमार, दारोगा धर्मेंद्र कुमार, सिपाही विनीत कंडवाल, राजेश और होमगार्ड वीरपाल के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या, रंगदारी, षड्यंत्र रचने व डकैती की धारा में थाना कैंट मे देर रात मुकदमा दर्ज किया गया. सीओ सिटी श्वेता यादव ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी.
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