बरेलीः जिले के एक थाना प्रभारी पर यौन संबंधों से जुड़े गंभीर आरोप लगे हैं. मामले के लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से शिकायत की गई थी. साथ ही शिकायती पत्र जिलाधिकारी और एसएसपी को भी भेजा गया है. शुक्रवार को शासन की तरफ से मामले की जांच शुरू कर दी गई है. वहीं, जिला प्रशासन से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. पत्र में आरोप है कि थाना प्रभारी अपने सरकारी आवास पर गंदे काम करवाता है.
कहा जा रहा है कि थाना प्रभारी के खिलाफ ये शिकायत थाने के ही अन्य पुलिसकर्मियों ने गुप्त तरीके से की है. उन्होंने ही शिकायती पत्र को आलाधिकारियों और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को भेजा है. अब इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है. शिकायती पत्र सामने आने पर थाने के प्रभारी (सीनियर सब इंस्पेक्टर) ने एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान को पत्र लिखकर पूरी शिकायत को गलत बताया है.
उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी अपने कार्यालय में नियमित रूप से बैठकर विभाग एवं जनता की समस्याओं को सुनते हैं. प्रभारी का आवास थाना परिसर में ही है. लेकिन, थाने का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी प्रभारी निरीक्षक के आवास पर नहीं जाता है, न ही कोई व्यक्ति उनके आवास पर जाता है. उन्होंने आगे लिखा कि किसी अराजक तत्वों ने अपनी व्यक्तिगत दुर्भावना के चलते प्रभारी निरीक्षक की छवि को धूमिल करने और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए झूठा शिकायती पत्र दिया गया है. इसका खंडन समस्त थाना स्टाफ करता है. अब, सोशल मीडिया पर शिकायत पत्र वायरल होने के बाद लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
दरअसल, एक हफ्ते पहले ही जिले के एक थाना प्रभारी पर यौन संबंधों से जुड़े गंभीर आरोप की शिकायत की गई थी. कहा जा रहा है कि पत्र थाने के एक स्टाफ की तरफ से भेजा गया. लेकिन, शिकायती पत्र में हस्ताक्षर करने वाले का व्यक्ति का नाम किसी को समझ नहीं आ रहा. पत्र में शिकायत को पूरे थाना स्टाफ की ओर से देना बताया गया. लेकिन, उस पर एक ही व्यक्ति का हस्ताक्षर हैं, लेकिन वो किसका है इसकी भी जांच की जा रही है.
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