बरेली : रोहिलखंड विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईएएस-पीसीएस और एनडीए, जेईई, नीट इत्यादि प्रतियोगात्मक परीक्षाओं की तैयारी के लिए अभ्युदय योजना का शुभारंभ ऑनलाइन किया. इस कार्यक्रम का प्रसारण विश्वविद्यालय 300 छात्र-छात्राओं के सामने हुआ. इस दौरान योजना की उपयोगिता के बारे में मुख्यमंत्री योगी ने छात्र-छात्राओं को विस्तार से बताया. वहीं कार्यक्रम में प्रोफेसर एमसी वार्ष्णेय बतौर मुख्य अथिति मौजूद रहे. प्रोफेसर एमसी वार्ष्णेय पूर्व में गुजरात के दो विश्वविद्यालयों में कुलपति रह चुके हैं.
कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं
प्रोफेसर वार्ष्णेय ने अपने व्याख्यान का आरंभ एक आध्यात्मिक भजन से किया. उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं. भारत अगर विश्व गुरु कहलाता है, तो उसका श्रेय कृषि तकनीक को ही जाता है. उन्होंने कहा कि जिस समय विश्व के सभी देश वस्त्रों से अनभिज्ञ थे. उस काल में भारत में उत्कृष्ट कोटि का सूती एवं रेशमी वस्त्र निर्माण किया जाता था. आगे चलकर विदेशी आक्रांताओं ने भारतीय कामगारों से इस कला को सीख कर उन्हें नष्ट कर दिया.
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बताया कारगर
प्रोफेसर वार्ष्णेय ने नई शिक्षा नीति पर बताया कि इस नीति में अब कोई भी छात्र अपने मनचाहे विषय लेकर स्नातक एवं परास्नातक डिग्री पूर्ण कर सकता है. यदि किसी परिस्थिति में अगर वह इसे पूर्ण नहीं कर सकता तो एक वर्ष के पश्चात उसे सर्टिफिकेट कोर्स की उपाधि मिलती है. दो वर्ष के पश्चात डिप्लोमा तथा तीन अथवा उससे अधिक समय के पश्चात डिग्री प्राप्त होती है.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के.पी. सिंह ने अपने भाषण में नई शिक्षा नीति और उसे कार्यान्वित करने में रोहिलखंड विश्वविद्यालय द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि रोहिलखंड विश्वविद्यालय ने कई नवीन निकायों की स्थापना की है. इसमें अंतरराष्ट्रीय संबंधों का निदेशालय, विश्वविद्यालय परामर्श समिति, महिला अध्ययन उत्कृष्ट केंद्र, बहुभाषा उत्कृष्ट केंद्र, अटल सेंटर फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पूर्व छात्र परिषद एलुमनाई एसोसिएशन, इनक्यूबेशन-इनोवेशन सेंटर, बौद्धिक संपदा अधिकार प्रकोष्ठ, यूनिवर्सिटी इनोवेशन क्लब, डायरेक्टरेट ऑफ सोशल एंड कॉरपोरेट रिलेशंस, डायरेक्टरेट ऑफ रिसर्च, मीडिया सेल आदि का गठन विद्यार्थियों के सर्वांगीण उत्कृष्ट विकास के लिए किया गया है.
सीएम योगी के कार्यक्रम को बच्चों ने देखा लाइव
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईएएस, पीसीएस, एनडीए, जेईई, नीट इत्यादि प्रतियोगात्मक परीक्षाओं की तैयारी के लिए अभ्युदय योजना का शुभारंभ ऑनलाइन माध्यम से किया. इस कार्यक्रम का प्रसारण विश्वविद्यालय के एमबीए हॉल में टू वे कम्युनिकेशन के माध्यम से लगभग 300 छात्र-छात्राओं के सामने हुआ. इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसर के 10 स्मार्ट क्लासरूम में उपस्थित लगभग 600 छात्र-छात्राओं ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस महत्वाकांक्षी योजना की उपयोगिता के बारे में मुख्यमंत्री योगी ने छात्र-छात्राओं को विस्तार से बताया. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने उनसे संवाद किया और उन्होंने उनके प्रश्नों का जवाब भी दिया.