बरेली: महाराणा प्रताप अस्पताल में तैनात 30 सरकारी बाबू, 30 फार्मासिस्ट और पांच सहायक ट्रांसफर के बावजूद भी यहां जमे हुए हैं. शासन की सख्ती के बाद सभी लोगों का ट्रांसफर ऑर्डर जारी कर दिया गया है. पहले स्टाफ की कमी का रोना रोया गया, जिससे इन लोगों को रोक लिया गया था, लेकिन अब किसी की नहीं चली.
क्या है पूरा मामला-
- जिले के सरकारी अस्पताल में 30 सरकारी बाबुओं का ट्रांसफर हो चुका था.
- ट्रांसफर होने के बावजूद सालों से ये लोग मुख्य चिकित्सा अधिकारी के ऑफिस में जमे हुए थे.
- मामले की गम्भीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी बाबुओं को रिलीव कर दिया.
- मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सबका आदेश भी बनवा दिया है.
बाबुओं ने अपनाया अड़ियल रुख-
- जब यह मामला इन बाबुओं के संज्ञान में आया तो इन लोगों ने ट्रांसफर ऑर्डर ही नहीं रिसीव किया.
- इसके अलावा यह सभी बाबू ऑफिस तो आ रहे हैं, लेकिन रजिस्टर पर हाजिरी नहीं लगा रहे हैं.
इस पूरे मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है. शासन के आदेश के बाद 30 फार्मसिस्ट और पांच सहायक बाबुओं का ट्रांसफर आर्डर जारी कर दिया गया है. इन सभी बाबुओं का जुलाई माह की सैलरी हमारे ऑफिस से रिलीज नहीं की जाएगी.
-डॉ. विनीत कुमार शुक्ल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी