बरेली: बरेली (Bareilly) जोन के एडीजी अविनाश चंद्र ने अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर फुलप्रूफ प्लान बनाकर जोन के सभी नौ जिलों के अफसरों को दिया है. अब जहां पुलिसकर्मी लाइसेंस धारकों के कारतूसों का हिसाब लेंगे तो वहीं अवैध शस्त्र के शौकीनों की पूरी कुंडली खंगाली जाएगी. अवैध असलहे बरामद होने पर अब खाकी उसकी तह तक जाकर बनाने वालों पर भी शिकंजा कसेगी. अधिकारी भी क्षेत्र में लगातार गश्त करेंगे और अवैध असलहा बनाने वालों पर शिकंजा कसेंगे.
बता दें कि बरेली जोन के अंतर्गत बरेली मण्डल व मुरादाबाद समेत 9 जनपद आते हैं. जोन में होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख के पद के चुनाव, अवैध असलहों के कारोबार, अपराधियों पर कार्रवाई इत्यादि को लेकर ईटीवी भारत ने जोन के एडीजी अविनाश चंद्र से खास बातचीत की. ईटीवी भारत से बातचीत में एडीजी जोन ने बताया कि आगामी दिनों में जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख के पद के चुनाव होने जा रहे हैं, जिस वजह से पुलिस के लिए भी ये समय चुनौती पूर्ण है. उन्होंने बताया कि उनके लिए सभी दल एक समान हैं. एडीजी ने जोन के सभी 9 जनपदों के पुलिस कप्तानों व अन्य अफसरों को चुनाव को लेकर निष्पक्ष रहने के निर्देश दिए हैं, जिससे माहौल खराब न होने पाए.
अपराधियों पर कसी जा रही नकेल
बरेली जोन में फल-फूल रहे अवैध असलहे के कारोबार को लेकर एडीजी अविनाश चंद्र ने बताया कि अपराध व अपराधियों पर नकेल कसी जा रही है. अवैध शस्त्र धारकों को चुन-चुन कर पकड़ा जा रहा है और उनके अवैध असलहों के कनेक्शन व लिंक खोजे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अवैध शस्त्रों से कई घटनाएं होती हैं, जिसके लिए एक अभियान एक माह से चलाया जा रहा है. अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को बताया गया है कि ऐसे लोग जिनके पास से अवैध तमंचे बरामद हुए हैं, उनसे उसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी जुटाकर सप्लायर्स व बनाने का धंधा करने वालों तक पहुंचकर शिकंजा कसा जाए.
अपराधियों के खिलाफ लिए गए सख्त एक्शन
एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से जोन में अपराध की घटनाओं में कमी आई है. अपराधियों के खिलाफ सख्त व क्विक एक्शन लिए गए हैं. अपराधियों के खिलाफ एक्शन को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं, जिसका परिणाम यह है कि अपराध की जो घटनाएं होती हैं, उनमें अवैध शस्त्रों के प्रयोग का प्रतिशत घटा है. घटनाओं में कमी आई हैं.
लिया जाएगा कारतूस का लेखा-जोखा
एडीजी अविनाश चंद्र ने बताया कि अवैध तमंचे के साथ जो अपराधी पकड़े जाते हैं, उनके पास से कारतूस भी मिलते हैं. ये कारतूस उनको कहां से मिलते हैं, इसकी भी जानकारी की जाए. उन्होंने कहा ये भी जाना जाए कि शस्त्र लाइसेंस धारकों के पास कारतूस पूरे हैं या नहीं. लाइसेंस धारकों के कारतूसों का लेखा-जोखा लिया जाना है, ये नया प्लान तैयार किया गया है.
इसे भी पढ़ें:- शादी के 3 दिन बाद ही पत्नी को दागने लगा चिमटे से, जानिये वजह
शातिर अपराधियों को पकड़ना चुनौती
एडीजी अविनाश चंद्र ने बताया कि क्योंकि अपराधी शातिर होता है, जिस वजह से कई बार घटना कारित करके वह बच निकलता है. अपराधी पुलिस से बचकर निकल न पाए इसको लेकर महकमे के अधिकरियों को निर्देश दिए गए हैं कि समय और स्थान बदलकर चेकिंग की जाए. जोन में ऐसा किया भी जा रहा है, जिससे कई अपराधी व अवैध शस्त्र धारक पकड़े भी गए हैं. एडीजी अविनाश चंद्र ने बताया कि ऐसे गांवों की तलाशी ली जाएगी, जो आपराधिक प्रवृत्ति के हैं या अवैध असलहों से उनके तार जुड़े हैं. एडीजी ने बताया कि महिला पुलिस भी इस अभियान में साथ रहेगी. पिछले 6 महीने में जितनी भी घटनाएं अवैध तमंचों की वजह से हुई हैं, उनके पीछे का लिंक निकालकर कार्रवाई की जा रही है.