बरेली : बारादरी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक प्राइवेट महिला टीचर ने तीन तलाक और हलाला के डर से इस्लाम धर्म छोड़ कर हिन्दू धर्म अपनाने की बात कही है. हालांकि के महिला शिक्षक घरवालों ने उसके साथ में नौकरी करने वाले हिन्दू युवक के खिलाफ कुछ समय पहले अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. जिसकी जांच पुलिस कर रही है. अब मुस्लिम युवती का कहना है कि उसका अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि खुद अपनी मर्जी से घर छोड़ कर गई थी. युवती ने परिजनों से जान का खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की गुहार भी लगाई है.
बरेली के बरदारी थाना क्षेत्र के फाइव एनक्लेव के रहने वाली नेहा अस्मत (32) एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका है. नेहा ने बताया कि वह बचपन से ही भगवान भोलेनाथ में आस्था रखती है और मुस्लिम धर्म में तीन तलाक और हलाला जैसी कुरीतियों को लेकर वह परेशान रहती थी. उसके घरवालों ने उसकी मर्जी के खिलाफ उससे ज्यादा उम्र के व्यक्ति से शादी तय कर दी थी जो पहले से तलाकशुदा था. जब उसने विरोध किया तो उसे परेशान किया जाने लगा. इसके बाद उसने बीते नवंबर महीने में अपना घर छोड़ दिया और फिर इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाते हुए नेहा अस्मत से नेहा सिंह बन गई.
नेहा का कहना है कि वह बचपन से भोलेनाथ में आस्था रखती थी. जिसके चलते उसने अपनी मर्जी से हिंदू धर्म अपना लिया है. नेहा ने बताया कि उसके परिजनों ने उसके सहकर्मी के खिलाफ अपहरण का मुकदमा बारादरी थाने में दर्ज कराया था जो बिलकुल झूठा है. उसका कोई अपहरण नहीं हुआ, बल्कि वह मर्जी से खुद ही घर छोड़कर गई थी. इस्लाम धर्म छोड़ने के बाद नेहा ने अपने परिजनों से जान का खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है. बारादरी थाने के प्रभारी निरीक्षक अमित पांडे ने बताया कि युवती के परिजनों ने मोहित सिंह के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. जिसकी विवेचना चल रही है. युवती को बरामद कर उसके वैधानिक बयान कराए जाएंगे. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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