बरेली: बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) लगातार अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. गुरुवार को बीडीए ने बिना स्वीकृति के बनाए जा रहे भवनों और कॉलोनियों को सील कर दिया. निजी बिल्डर के द्वारा बनाई जा रही कॉलोनी के लिए बीडीए से स्वीकृति नहीं ली गई थी. टीम ने चार दुकानों को भी बिना अनुमति के बनाए जाने के चलते सील कर दिया.
बरेली विकास प्राधिकरण की टीम ने बरेली-नैनीताल हाईवे के पास बिना अनुमति के बन रही 1200 वर्ग मीटर की कॉलोनी को सील कर दिया. निजी बिल्डर धर्मेंद्र कुमार गुप्ता के द्वारा बनाई जा रही कॉलोनी के लिए विकास प्राधिकरण से स्वीकृति नहीं ली गई थी. न ही मकानों का नक्शा बरेली विकास प्राधिकरण से एप्रूव्ड कराया गया था. इसके बाद बरेली विकास प्राधिकरण की टीम ने नैनीताल हाईवे पर बिना अनुमति बनाई का रही चार दुकानों को सील कर दिया. उत्तर प्रदेश नगर योजना एवं विकास अधिनियम 1973 की धाराओं के अंतर्गत यह कार्रवाई की गई.
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बीडीए की कार्रवाई से मची खलबली
बीडीए के अधिकारी अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है. इसके चलते अवैध निर्माण करने वालों में खलबली मची हुई है. इससे पहले भी बीडीए कई अवैध कॉलोनियों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर चुका है.
सख्त कार्रवाई के पीछे बीडीए का है अपना मकसद
अवैध निर्माण कर कॉलोनियां बनाने वाले बिल्डरों के खिलाफ बरेली विकास प्राधिकरण की सख्त कार्रवाई से विकास प्राधिकरण की इनकम बढ़ी है तो वहीं मकानों को खरीदने वाले ग्राहक बरेली विकास प्राधिकरण की रामगंगा नगर योजना में प्लॉट और मकान खरीद रहे हैं. बीडीए की कार्रवाई से स्वीकृत कर कॉलोनी बनाने वाले बिल्डर सरकारी खजाने में स्वीकृति का पैसा जमा कर रहे हैं. बरेली विकास प्राधिकरण की कार्रवाई से नए मकान और प्लॉट खरीदने वाले ग्राहक बरेली विकास प्राधिकरण से स्वीकृत कॉलोनी में ही जाना पसंद कर रहे हैं.