बरेली: जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. 13 साल पहले एक बच्चे को सांप ने काट लिया था. सांप के काटने के बाद परिजनों ने उसे मृत समझ नदी में बहा दिया था, लेकिन अब वो अपने गांव वापस लौट आया है. उसका कहना है कि सपेरों ने अपने इलाज से उसे सही किया. युवक के मुताबिक ठीक होने के आठ साल बाद तक उसे सपेरों ने जड़ी बूटियों का ज्ञान दिया. इसके बाद वह घर वापस लौटा है. उसके घर वापस आने से परिजन काफी खुश नजर आ रहे हैं.
जंगल में जानवर चराते वक्त काटा था सांप
हाफिजगंज थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव का अमन, जो अब नरेंद्र नाथ बन गया है. अमन जब 10 साल का था तब जंगल में जानवर चराते वक्त उसे सांप ने काट लिया था. इसके बाद घर वालों ने उसका तीन दिनों तक इलाज करवाया, लेकिन वो ठीक नहीं हुआ. परिजनों ने उसे मृत समझकर रामगंगा नदी के जल में प्रवाहित कर दिया. बाबा मदन नाथ को नदी किनारे अमन मिला. बाबा मदन नाथ ने अपने अन्य बाबाओं के साथ अमन का इलाज अपने तरीके से शुरू किया. अमन के मुताबिक करीब 12 दिनों तक चले इलाज के बाद वह ठीक हो गया.
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अमन के घर पहुंचने से परिवार में खुशी का माहौल
अमन ने बताया कि अब जब बाबा अमन को लेकर उसके धर्मपुर गांव पहुंचे तो उसने अपने गांव को पहचान लिया. जब वह अपने घर पहुंचा तो उसकी मां ने उसे गले लगा लिया. इससे उसके परिवार में खुशी का माहौल है.
अमन की मां का कहना है कि उसने अपने बेटे को पहचान लिया. वह अब बहुत खुश हैं. मां के मुताबिक अमन के गुरू अब उसे वापस परिवार को नहीं सौंपेंगे. वो कभी-कभी मिलने आ सकता है.
बाबा मदन नाथ का कहना है कि उनको यह बच्चा रामगंगा नदी में मिला था. जब उन्होंने उसे देखा तो उन्हें लगा कि वह इसे बचा सकते हैं. इसके बाद करीब 10-12 दिनों तक अपने तरीके से अमन का इलाज किया. बाबा का कहना है कि अब वह बच्चे को वापस नहीं करेंगे, क्योंकि उनके यहां जो भी बच्चे हैं वो सभी अपने गांव कभी-कभी आते-जाते हैं. उनका कहना है कि बंगाल में उनके गुरु का आश्रम है, जहां पर इस तरह के 101 बच्चे हैं. इन सभी बच्चों को जड़ी बूटियों का ज्ञान दिया जाता है. ये सभी बच्चे अब सांप काटे का इलाज करते हैं.
NOTE:- ईटीवी भारत अमन के दावे की पुष्टि नहीं करता है.