बाराबंकीः जिले में एक मुंडन संस्कार के दौरान हो रही हर्ष फायरिंग में रिवॉल्वर से चली गोली से एक युवक की मौत हो गई. गोली लगने से घायल युवक को गिरते देख हड़कम्प मच गया. हर्ष फायरिंग करने वाला मौके से भाग निकला. हालांकि मृतक के भाई ने इसे सुनियोजित हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है. भाई की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के साथ ही मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.
जिले के जैदपुर थाना क्षेत्र के भिटौरा लखन गांव के रहने वाले विक्रमाजीत उर्फ ननकऊ को 24 अक्टूबर की शाम 5 बजे लखनऊ के चमरतलिया निवासी ऋषिराज अपने साथ कार से अपनी ससुराल राजेपुर थाना रामसनेहीघाट ले गया था. राजेपुर में ऋषिराज के साले शिवनरायन के 3 वर्षीय बेटे का मुंडन संस्कार था. अगले दिन यानी रविवार को साढ़े चार बजे विक्रमजीत की पत्नी ने फोन किया तो उसका फोन ऋषिराज ने उठाया और कहा कि शटरिंग गिर गई है. जिसमें विक्रमाजीत को चोट लगी है. उसके बाद पत्नी लगातार फोन करती रही, लेकिन कोई जवाब नही दिया गया.
थोड़ी देर बाद विक्रमाजीत के भाई पवन के फोन पर बताया गया कि उसके भाई को बंधक बना लिया गया है. उसे ऋषिराज और उनके साथी मार रहे हैं. इस पर जब परिजन राजेपुर जाने को हुए तो उन्हें पता चला कि उसे अस्पताल में कुछ लोग छोड़कर भाग गए हैं. परिजन हॉस्पिटल पहुंचे तो विक्रमाजीत का शव मिला. इन लोगों का आरोप है कि उसकी हत्या कर दी गई. परिजनों का आरोप है कि घटना होने के बाद ऋषिराज ने सूचित नहीं किया और पत्नी के बार-बार फोन करने पर उसे मिसगाइड किया गया. यही नहीं ऋषिराज अपने भाई के साथ फरार भी हो गया.
परिजनों के मुताबिक मृतक विक्रमाजीत आरोपी ऋषिराज के साथ पिपरमेंट का तेल खरीदने और बेचने का काम करता था, लेकिन किन्हीं कारणों से अब काम बंद हो गया है, जिसकी रंजिश में ऋषिराज और उसके भाई पवन ने सुनियोजित ढंग से इस घटना को अंजाम दिया. फिलहाल पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.