बाराबंकी : पहली बार मतदान करने वाले युवा शिक्षा को बेहतर मुद्दा मान रहे हैं. वहीं उनका कहना है कि रोजगार को ध्यान में रखकर वह वोट करेंगे. स्कूल से कॉलेज पहुंचने वाले युवा अब अपनी सरकार चुनने में अपने मुद्दों का विशेष ध्यान रख रहे हैं. भारत के भविष्य के लिए बेहतर है कि युवा शिक्षा और रोजगार को अपना मुद्दा बनाएं और यह लोकतंत्र के महापर्व के लिए अच्छे संकेत हैं.
पहली बार मतदान करने वाले युवा काफी उत्साहित हैं. अपने मतदान को लेकर वहीं यह भी ध्यान में आया कि उनके मुद्दे शिक्षा से जुड़े हुए हैं और रोजगार परक शिक्षा हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. इस बार के आम चुनाव में पहली बार वोट कर रही रुचि सिंह का कहना है कि उनका मुद्दा बेहतर शिक्षक और बेहतर शिक्षा है क्योंकि जब अच्छे शिक्षक होंगे, तभी बच्चे अच्छा कर पाएंगे और देश का नाम रोशन कर पाएंगे. वहीं आयुषी श्रीवास्तव का मानना है कि रोजगार बहुत जरूरी है, इसलिए सरकार को रोजगार की तरफ विशेष ध्यान देना चाहिए. सबसे बड़ी बात की जो भी रोजगार के लिए परीक्षाएं आयोजित होती हैं, वह समय पर हो और पारदर्शी हो.
एक बात तो साफ है कि भारत का पहली बार मतदान करने वाला युवा अपने मुद्दों और अपने देश के प्रति जागरूक हैं. वह किसी के बहकावे में आए बिना, शिक्षा, रोजगार और राष्ट्र निर्माण के लिहाज से अपना मतदान करने वाले हैं. यह भारतीय लोकतंत्र की सफलता है. क्योंकि भारत दुनिया का सबसे युवा आबादी वाला और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. ऐसे में युवाओं की सोच विकास और शिक्षा के लिए प्रेरित है तो यह बड़ी बात है. इससे हम समाज को नई दिशा और दुनिया को अपने होने का एहसास कराते हैं और लोकतंत्र के महापर्व को विजयी बनाते हैं.