बाराबंकीः महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबी बनाने के मकसद से शासन द्वारा शुरू किए गए 'मिशन शक्ति' अभियान के तहत बाराबंकी के अभियोजन विभाग ने अनोखी पहल शुरू की है. नवरात्र के इस फेज को अभियोजन विभाग ने महिलाओं को डेडिकेट किया है. नवरात्र के दिनों में विभाग महिलाओं के साथ हुए अपराधों के ज्यादा से ज्यादा मुकदमों में सजा कराएगा. इसके लिए विभाग ने ऐसे दो दर्जन मुकदमों का चयन कर उनकी रुपरेखा तैयार कर ली है.
मिशन शक्ति के जरिये सूबे की योगी सरकार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है. शासन की मंशा है कि जिस तरह नवरात्र में देवियों की पूजा होती है, उसी तरह महिलाओं का सम्मान होना चाहिए, क्योंकि नारी देवियों का रूप हैं.
अभियोजन विभाग ने महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों जैसे पॉक्सो एक्ट, धारा 354 आईपीसी, धारा 294 आईपीसी और चेन स्नेचिंग जैसे मामलों को टारगेट किया है. सजा कराने के लिए उन मामलों को चुना गया है, जिनकी चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी है. यही नहीं अभियोजन ज्यादा से ज्यादा मामलों में अपराधियों की जमानतें खारिज कराएगा, जिससे कि अपराधी सलाखों के पीछे रहें.
संयुक्त निदेशक अभियोजन सत्यप्रकाश राय ने बताया कि उम्मीद है कि शासन की इस पहल से न केवल महिला अपराधों में कमी आएगी, बल्कि महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा भी मिल सकेगी.