बाराबंकीः गांधी आश्रम में संचालित योजनाओं का विजिट करने पहुंचे खादी और ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन को अपने सामने पाकर जिले की कत्तिन बुनकर महिलाओं का दर्द छलक उठा. इन महिलाओं ने मांग की कि उनके लिए कोई ऐसी योजना शुरू की जाए, जिससे उनको बुढ़ापे में पेंशन मिले. इन महिलाओं की पीड़ा सुनकर चेयरमैन ने इन्हें आश्वासन दिया कि उनकी इस मांग पर आयोग विचार करेगा.
बताते चलें कि रविवार को खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना बाराबंकी पहुंचे थे. उन्होंने यहां के श्रीगांधी आश्रम में संचालित योजनाओं का विजिट किया. इस दौरान कत्तिन बुनकर महिलाओं ने उनसे अपना दर्द बयान किया.
खादी और ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन की विजिट पेंशन दिए जाने की मांगजिले में 716 महिलाएं हैं जो चरखा चलाकर अपने परिवार का गुजर बसर करती हैं. इनका कहना है कि पिछले कई वर्षों से वे चरखा चला रही हैं. अभी वह चरखा चलाने में समर्थ हैं लेकिन वृद्ध होने के बाद समस्या आ जाएगी. इन्हें खतरा है कि इनके बेटे इन्हें घर से भी बाहर कर सकते हैं. लिहाजा आयोग कुछ ऐसी योजना चलाए जिससे उनको बुढापे में पेंशन मिले.
चेयरमैन ने दिया आश्वासनइन महिला बुनकरों की मांग पर पहले तो चेयरमैन असमंजस में पड़ गए, फिर उन्होंने कहा कि आयोग ने उनके लिए 25 हजार का बीमा किया है, लेकिन उनकी पेंशन वाली मांग पर गौर किया जाएगा.