बाराबंकी: जिले में प्लांट प्रोटेक्शन के लिहाज से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में जैविक खेती और बेहतर पर्यावरणीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए किसानों को ट्रेनिंग दी गई. इस दौरान किसानों को जैविक कीटनाशक एवं खाद भी वितरित किया गया. साथ ही किसानों को एक उपकरण भी दिया गया जो फसल के लिए जरूरी कीटों का रक्षण करने में मददगार साबित होता है. इस मौके पर कृषि अधिकारियों और डीएम ने जनपद के सफल किसानों को सम्मानित किया.
कार्यक्रम की मुख्य बातें
- कलेक्ट्रेट परिसर स्थित लोक सभागार में किसानों से संबंधित इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
- कार्यक्रम में पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए उन्नत खेती और बेहतर उपज हासिल करने की ट्रेनिंग दी गई.
- इसी क्रम में जैविक खाद और जैविक कीटनाशकों के प्रयोग के बारे में जानकारी दी गई.
- इस दौरान किसानों को जैविक खाद और कीटनाशक का पैकेट एवं एक उपकरण भी प्रदान किया गया.
- इस उपकरण से खेत में जरूरी और मित्र कीड़ों को सुरक्षित रखने तथा हानिकारक कीड़ों को समाप्त करने में मदद मिलती है.
- इस दौरान जिला प्लांट प्रोटेक्शन अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा ने उपकरण के उपयोग करने की विधि भी किसानों को बताई.
जैविक खेती और बेहतर व्यवस्था से जिले में खेती-किसानी को और अधिक उन्नत बनाया जा सकता है. इससे आने वाले समय में बिना पर्यावरण नुकसान पहुंचाए बिना ही बेहतर उपज हो पाएगी. यदि जिले में जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलता है तो अनावश्यक रासायनिक उर्वरकों की होड़ कम होगी और इससे मिट्टी प्रदूषित नहीं होगी. जैविक खेती को प्रोत्साहन देना निश्चित तौर पर जिले के लिए कारगर सिद्ध होने वाला है.
-डॉ. आदर्श सिंह, जिलाधिकारी