बाराबंकी: जिले में शहीद मेजर अमिय त्रिपाठी की याद में सैनिक स्कूल लखनऊ से निकली मशाल दौड़ का बाराबंकी पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ. इस दौरान जिला बार के अधिवक्ताओं और नगर के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने मशाल दौड़ में शामिल धावकों को फूलमाला पहना कर उनका स्वागत किया. वहीं लोगों ने अमिय त्रिपाठी अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगाए.
- मेजर शहीद अमिय त्रिपाठी का कुशीनगर जिले के चंद्रवटा गांव में जन्म हुआ था.
- जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से लड़ते हुए 25 मई 2004 को वो शहीद हो गए थे.
- उनकी याद को ताजा रखने और वीरता को नमन करने के लिए हर वर्ष सैनिक स्कूल लखनऊ से कुशीनगर तक 374 किमी की मशाल दौड़ आयोजित की जाती है .
- धावक जलती हुई मशाल कुशीनगर तक ले जाते हैं.
- ये यात्रा 14 दिसम्बर को कुशीनगर पहुंचेगी.
- मशाल दौड़ के बाराबंकी पहुंचने पर जिला बार के अधिवक्ताओं और नगर के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने इन धावकों का स्वागत किया.
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