बाराबंकी: जिले में एक युवक ने इंश्योरेंस के पैसे हड़पने के लालच में अपने ही ट्रक की चोरी का ड्रामा रच डाला. फर्जी चोरी से जब पर्दा उठा तो सभी हैरान रह गए. पुलिस ने इस मामले में चोरी दिखाए गए ट्रक को बरामद कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने ट्रक मालिक, उसके भतीजे और ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि सुबेहा थाना क्षेत्र के शरीफाबाद निवासी तुलसीराम तिवारी उर्फ बबलू तिवारी ने थाने पर सूचना दी थी कि 21 दिसम्बर की रात उसके घर के सामने रामलीला ग्राउंड में खड़ा ट्रक चोरी हो गया है. सुबेहा पुलिस ने इस मामले में चोरी का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी.
मालिक की गतिविधियों से पुलिस को हुआ संदेह
छानबीन के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि तुलसीराम के तीन ट्रक हैं. एक ट्रक कुछ दिनों तक खुनखुन ढाबा पर खड़ा रहता था. फिर कुछ दिनों से ट्रक रामलीला ग्राउंड में खड़ा कर दिया गया था. पुलिस ने ट्रक मालिक से उसके भतीजे राजीव और ट्रक ड्राइवर की बाबत पूछताछ की तो मालिक ने बताया कि उसका भतीजा अपनी ससुराल गया हुआ है. पुलिस ने राजीव की ससुराल राम सनेही घाट के नरायनपुर बड़ेला में पता किया तो पता चला कि राजीव वहां काफी समय से गया ही नहीं था. इस पर पुलिस का संदेह और गहरा हो गया.
चोरी गया ट्रक लखनऊ से बरामद
इस बीच पुलिस ने अपने नेटवर्क से ये जानकारी हासिल कर ली कि चोरी का ट्रक लखनऊ में है. पुलिस जब बताए गए स्थान पर लखनऊ पहुंची तो ट्रक नहीं मिला. इससे पुलिस ने और सक्रियता बढ़ा दी, जिसका नतीजा ये हुआ कि बुधवार को ओहरामऊ सिक्स लेन अंडरपास के पास से ट्रक बरामद कर लिया गया. ट्रक के साथ ट्रक मालिक तुलसीराम, मालिक का भतीजा राजीव और ट्रक चालक कालीराम मौर्या को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
इंश्योरेंस के पैसे हड़पने के लिए रचा ड्रामा
पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मामले का राजफाश हो गया. दरअसल तुलसीराम के पास तीन ट्रक थे. एक ट्रक जिसका नम्बर यूपी 41 एटी 5484 था उसको कुछ दिन पहले इसने ग्वालियर ले जाकर कटवा डाला और 4 लाख रुपये में बेच डाला था. अभियुक्तगणों ने योजना बनाई कि दूसरे ट्रक पर यही नम्बर डालकर उसे चोरी होना बता दिया जाय और फिर इंश्योरेंस के रुपये हड़प लिए जायं.
अभियुक्त भेजे गए जेल
तुलसीराम ने अपने भतीजे और ड्राइवर के साथ मिलकर दूसरे ट्रक पर कटवाए गए ट्रक का नम्बर डाला और गांव के आसपास दो तीन जगह खड़ा करता रहा, जिससे कि लोग समझें कि ये वही गाड़ी है. फिलहाल तीनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है.