बाराबंकी: जिले में अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. सरकार की ओर से घर बनाने के लिए पैसे मिलते ही 5 महिलाएं अपने पति को छोड़कर प्रेमियों के साथ फरार हो गईं. दरअसल, प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना की 50 हजार रुपये की पहली किस्त लेकर 5 महिलाएं अपने पतियों को छोड़ प्रेमियों के साथ चली गईं. पत्नियों के भाग जाने से परेशान पतियों के सामने दोहरी समस्या आ खड़ी हुई है. एक तो अभी तक निर्माण कार्य न शुरू कराये जाने के चलते जिला नगरीय विकास अभिकरण ने उन्हें नोटिस भेजा है. दूसरे विभाग द्वारा रिकवरी किये जाने का खौफ पैदा हो गया है. पीड़ित पति सोच नहीं पा रहे कि वे करें तो क्या करें. पीड़ित पतियों ने पीओ डूडा को दूसरी किस्त न दिए जाने की गुहार लगाई है.
गौरतलब है कि 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने झुग्गी झोपड़ी और सड़क किनारे रहने वाले गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना की शुरुआत की थी. योजना के तहत लाभार्थी को पहली किस्त के रूप में 50 हजार, दूसरी में एक लाख 50 हजार और तीसरी में 50 हजार रुपये दिए जाते हैं. जिले में 40 लाभार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने पहली किस्त निकाल ली है लेकिन काम शुरू नही कराया है. पीओ डूडा सौरभ त्रिपाठी ने बताया कि पहली किश्त निकालने वाले लोगों को नोटिस जारी की गई है. निर्धारित समय रहते अगर इन लाभार्थियों ने काम शुरू नहीं कराया तो रिकवरी की जाएगी.
पीओ डूडा के मुताबिक सतरिख, जैदपुर, बंकी, फतेहपुर और बेलहरा नगर पंचायतों में पांच ऐसे केस आये हैं, जो हैरान कर देने वाले हैं. इन सभी नगर पंचायतों के 5 लाभार्थियों की पत्नियां पहली किस्त के 50 हजार रुपये पाने के बाद अपने प्रेमियों संग फरार हो गई. पीओ डूडा ने बताया कि हाल ही में कुछ पीड़ित पतियों ने आकर उनसे दूसरी क़िस्त जारी न किये जाने की गुहार लगाई थी.
पतियों को संदेह है कि उनकी पत्नियां किसी को भी अपना पति बताकर दूसरी और तीसरी किस्त निकाल सकती हैं. पीओ डूडा ने बताया कि आवास की योजना महिलाओं के नाम होती है. उन्होंने बताया कि किस्तें निकाल लेने के बाद अगर आवास का निर्माण नहीं हुआ तो इनके पतियों से रिकवरी की जाएगी. पत्नियों द्वारा आवास के रुपये लेकर भाग जाने से पतियों को मुसीबत में ला दिया है. एक तो पैसे न होने से वह निर्माण कार्य शुरू नहीं कर पा रहे दूसरे विभाग द्वारा जारी की गई नोटिस ने उनकी मुसीबत और बढ़ा दी है.