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कॉलेज प्रशासन ने बढ़ा दी परीक्षा फीस, छात्रों ने प्रदर्शन कर निकाली खीझ

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के ग्राम्यांचल पीजी कॉलेज में अवैध फीस वसूली का मामला सामने आया है. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन परीक्षा शुल्क के नाम पैसों की उगाही कर रही है, साथ ही कारण पूछने पर कॉलेज से निकाल दिए जाने की धमकी दी जा रही है.

फीस वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन करते छात्र.
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Published : Nov 7, 2019, 5:32 AM IST

बाराबंकीः जिले के ग्राम्यांचल पीजी कॉलेज में छात्रों से परीक्षा शुल्क के नाम पर गलत तरीके से फीस ली जा रही है. इस पर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया, साथ ही सैकड़ों की संख्या में एकत्रित छात्र-छात्राओं ने तहसील पहुंच उप जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया. छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने फीस वसूली को लेकर कॉलेज के प्राचार्य से बात की तो उन्होंने कॉलेज से निकाल देने की धमकी दी.

फीस वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन करते छात्र.

प्राचार्य ने कहा नेतागिरी की तो कॉलेज से निकाल देंगे
हैदरगढ़ कस्बे में स्थित ग्राम्यांचल पीजी कॉलेज में परीक्षा शुल्क के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है. छात्रों का आरोप है कि बीए द्वितीय वर्ष के छात्रों से पहले 550 रुपये परीक्षा शुल्क के रुप में लिया जाता था, लेकिन इसे बढ़ाकर 1050 रुपये कर दिया गया है. वहीं बीए तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए 750 रुपये परीक्षा शुल्क था. अब इसे बढ़ाकर 1550 रुपये कर दिया गया है. इससे नाराज छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.

पढे़ं- 'इलाज' के लिए तरस रहा बारांबकी का सरकारी अस्पताल का भवन

उपजिलाधिकारी से छात्रों ने की शिकायत
छात्रों ने फीस वृद्धि की शिकायत कॉलेज प्राचार्य से की तो प्राचार्य ने कहा कि नेतागिरी न करो नहीं तो विद्यालय परिसर में घुसने नहीं दिया जाएगा, साथ ही उन्होंने छात्रों को डांटकर वहां से भगा दिया. ठगा सा महसूस कर रहे छात्रों ने इस मामले की जानकारी उप जिलाधिकारी को दी. वहीं उपजिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए छात्रों को आश्वासन दिया कि वह मामले की जांच करेंगे और 8 नवंबर तक इसका निराकरण कर देंगे.

बाराबंकीः जिले के ग्राम्यांचल पीजी कॉलेज में छात्रों से परीक्षा शुल्क के नाम पर गलत तरीके से फीस ली जा रही है. इस पर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया, साथ ही सैकड़ों की संख्या में एकत्रित छात्र-छात्राओं ने तहसील पहुंच उप जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया. छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने फीस वसूली को लेकर कॉलेज के प्राचार्य से बात की तो उन्होंने कॉलेज से निकाल देने की धमकी दी.

फीस वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन करते छात्र.

प्राचार्य ने कहा नेतागिरी की तो कॉलेज से निकाल देंगे
हैदरगढ़ कस्बे में स्थित ग्राम्यांचल पीजी कॉलेज में परीक्षा शुल्क के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है. छात्रों का आरोप है कि बीए द्वितीय वर्ष के छात्रों से पहले 550 रुपये परीक्षा शुल्क के रुप में लिया जाता था, लेकिन इसे बढ़ाकर 1050 रुपये कर दिया गया है. वहीं बीए तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए 750 रुपये परीक्षा शुल्क था. अब इसे बढ़ाकर 1550 रुपये कर दिया गया है. इससे नाराज छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.

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उपजिलाधिकारी से छात्रों ने की शिकायत
छात्रों ने फीस वृद्धि की शिकायत कॉलेज प्राचार्य से की तो प्राचार्य ने कहा कि नेतागिरी न करो नहीं तो विद्यालय परिसर में घुसने नहीं दिया जाएगा, साथ ही उन्होंने छात्रों को डांटकर वहां से भगा दिया. ठगा सा महसूस कर रहे छात्रों ने इस मामले की जानकारी उप जिलाधिकारी को दी. वहीं उपजिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए छात्रों को आश्वासन दिया कि वह मामले की जांच करेंगे और 8 नवंबर तक इसका निराकरण कर देंगे.

Intro: बाराबंकी, 06 नवंबर। परीक्षा शुल्क के नाम पर गलत तरीके से लिए जा रहे 1550 रुपए पर छात्रों का फूटा गुस्सा. छात्रों ने ग्राम्यांचल पीजी कॉलेज के प्रबंधन के खिलाफ की नारेबाजी. सैकड़ों की संख्या में एकत्रित छात्र छात्राओं ने तहसील कार्यालय पहुंचकर उप जिलाधिकारी हैदरगढ़ मामले से कराया अवगत. छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने फीस वसूली को लेकर कॉलेज के प्रिंसिपल से बात की तो, उन्होंने नेतागिरी न करने की बात कहते हुए, ऐसा करने पर कॉलेज से निकाल देने की धमकी दी.


Body:पूरा मामला हैदरगढ़ कस्बे स्थित ग्राम्यांचल पीजी कॉलेज का है जहां छात्रों का आरोप है कि, उनसे परीक्षा शुल्क के नाम पर 1550 रुपए लिए जा रहे हैं ,जो बिल्कुल अवैध है. जब उन्होंने इसकी शिकायत प्राचार्य से करनी चाही तो, उन्होंने छात्रों को यह कहते हुए डांट कर भगा दिया कि, नेतागिरी ना करो नहीं तो विद्यालय परिसर में घुसने नहीं दिया जाएगा. इस बात से नाराज छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की , और हैदर गढ़ तहसील कार्यालय पहुंचकर इस मामले की पूरी जानकारी उपजिलाधिकारी को उपलब्ध कराई . उपजिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए आश्वासन दिया कि, वह इस मामले की जांच करेंगे और 8 नवंबर की तारीख तक इस संदर्भ में निराकरण कर देंगे.
जिस प्रकार छात्रों ने आरोप लगाया है कि उनके साथ अभद्रता की जा रही है, और गलत तरीके से कॉलेज प्रशासन के द्वारा मनमानी करके, अवैध रुपयों की वसूली की जा रही है, वास्तव में गंभीर मामला है . इसे प्रशासनिक स्तर पर तुरंत सक्रियता से लेना चाहिए, और यह पता करना चाहिए कि, क्या परीक्षा शुल्क के नाम पर लिए जाने वाले यह 1550 रुपए विश्वविद्यालय की व्यवस्था के तहत हैं, अथवा यह मनमानी है. यदि यह मोह मनमानी है तो प्रशासन को यह भी पता करना चाहिए कि ऐसे कितने विद्यालय जिले में हैं, जो परीक्षा शुल्क के नाम पर छात्रों का शोषण कर रहे हैं. साथ ही साथ डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रशासन को भी इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए कि, विश्वविद्यालय से संबद्ध कितने ऐसे महाविद्यालय हैं, जो बच्चों से परीक्षा शुल्क के नाम पर मनमाना पैसा उगाहते हैं.Conclusion:Bite .

1- सुमित सैनी ,छात्र

2- अंजली पांडेय , छात्रा

3- आशीष कुमार , छात्र

4- अनाया फातिमा ,छात्रा

5- योगेंद्र कुमार , उप जिलाधिकारी हैदरगढ़.


रिपोर्ट आलोक कुमार शुक्ला रिपोर्टर बाराबंकी 96284 76907
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