बाराबंकी: जिले में शुक्रवार की दोपहर में एक पॉलिटेक्निक के छात्र ने अपने पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली. गोली की आवाज सुनकर आस-पास हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में बुरी तरह घायल छात्र को जिला अस्पताल लाया गया, जहां हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया. ट्रामा सेंटर पहुंचने के कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई.
बता दें कि देवां थाना क्षेत्र के कोडरी गांव के रहने वाले रमेश मौर्या अपने परिवार के साथ करीब दो दशकों से शहर के आवास विकास कॉलोनी में रहते हैं. बाकी के परिवार के लोग गांव में रहते हैं. कचहरी के करीब इनकी स्टेशनरी की दुकान है.
रमेश का बड़ा बेटा रूपेंद्र मौर्या डिप्लोमा कर रहा था. लॉकडाउन के चलते खाली होने पर वह ऑनलाइन कम्प्यूटर कोर्स कर रहा था. शुक्रवार को रमेश अपनी दुकान पर थे, जबकि घर मे रूपेंद्र, उसकी मां और बहन मौजूद थे.
पड़ोसियों के मुताबिक दोपहर बाद एक लड़का रूपेंद्र से मिलने आया था. रूपेंद्र ने बाहर आकर उससे बातचीत की थी. थोड़ी देर बाद घर की अलमारी में रखी पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से उसने खुद को गोली मार ली. गोली की आवाज पर उसकी मां और बहन ने जब आंगन में रूपेंद्र को देखा तो उनकी चीख निकल गई. रमेश के एक भाई नौमिलाल के पुत्र प्रदीप मौर्या भी यहीं रहते हैं. प्रदीप मौर्य की पत्नी शीलू मौर्य इसी क्षेत्र से सभासद हैं. फिलहाल आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है.