बाराबंकी: लोकसभा चुनाव में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को प्रशिक्षण के बाद लिखित परीक्षा देना होगा. लिखित परीक्षा में 60 फीसदी से कम नंबर पाने वाले कर्मचारियों को फेल माना जाएगा. कर्मचारियों को चुनावी प्रशिक्षण देने के बाद अब प्रशासन इनकी लिखित परीक्षा लेगा. कर्मचारी चीटिंग न कर सके, इसके लिए कमरों में वॉयस रिकॉर्डर से लैस सीसीटीवी लगाए जाएंगे. लोकसभा चुनाव को सकुशल संपंन कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे इस प्रयोग से मतदानकर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है.
लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए इस बार मतदान कर्मियों को लिखित परीक्षा भी देनी होगी. परीक्षा कराने के लिए राजकीय इंटर कॉलेज के 24 कमरों को चिन्हित किया गया है. इनमें सीसीटीवी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर लगे हैं. इस परीक्षा में 60 फीसदी से कम अंक पाने वालों को फेल माना जाएगा. निर्धारित 60 फीसदी से कम अंक आने पर कर्मचारियों को दोबारा प्रशिक्षण लेना होगा. इसके बाद फिर परीक्षा देनी होगी. नकल करते पकड़े जाने पर कार्रवाई भी की जाएगी. बता दे कि 10 अप्रैल से 15 अप्रैल तक नगर के राजकीय इंटर कॉलेज में पीठासीन अधिकारियों और मतदान अधिकारी फर्स्ट को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
दोनों पारियों में प्रशिक्षण के बाद इनकी लिखित परीक्षा ली जाएगी. जिला सेवायोजन अधिकारी चंद्रचूड़ दुबे और नेशनल इंटर कॉलेज फतेहपुर के प्रवक्ता आशीष पाठक को परीक्षा प्रभारी नामित किया गया है. परीक्षा संपन्न होने के बाद जिला सेवायोजन अधिकारी द्वारा कापियां कलेक्ट कराकर मास्टर ट्रेनर के जरिए चेक कराई जाएंगी. रिजल्ट घोषित करने की जिम्मेदारी जिला विकास अधिकारी को दी गई है.
मतदान कार्मिक और प्रशिक्षण अधिकारी मेधा रूपम द्वारा निर्देशित किया गया है कि 60 फीसदी से कम अंक पाने वालों को उत्तीर्ण न किया जाए. प्रशासन द्वारा किए जा रहे इस प्रयोग को लेकर चुनाव ड्यूटी में लगाए गए कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है. वहीं मेधा रूपम ने बताया कि मतदान में कोई व्यवधान न पैदा हो, लिहाजा पहले से ही कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर परफेक्ट किया जा रहा है.