बाराबंकीः जिले में एक दामाद ने अपनी सास की बीमारी का फायदा उठाते हुए धोखाधड़ी करके जमीन बेच डाली. अब बेटे इस जमीन को बचाने के लिए पुलिस और कचेहरी का चक्कर लगा रहे हैं. दामाद ने बड़ी ही चालाकी से एक ही दिन में इस जमीन के चार बैनामे कराए. वृद्ध महिला के बेटे अब अपनी जमीन के लिए कानून के दांव-पेंच में उलझकर परेशान हो रहे हैं. पीड़ितों ने इस मामले की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर भी की है.
नगर कोतवाली के पासिनपुरवा के निवासी रामदीन की परगना देवां के मीरपुर में गाटा संख्या 786 पर 0.8210 हेक्टेयर जमीन है. रामदीन ने ये जमीन अपनी पत्नी गुलजारा उर्फ कमला के नाम खरीदी थी. करीब दो वर्ष पहले रामदीन की मौत हो गई. इसके बाद रामदीन की पत्नी कमला भी बीमार रहने लगी और उन्हें पैरालिसिस हो गया. जिससे उनकी दिमागी हालत भी खराब रहने लगी. पति की मृत्यु के बाद गुलजारा उर्फ कमला ने जमीन तीनों बेटों रामकुमार,विजयकुमार और शिवशंकर के नाम वसीयत कर दी थी.
इस वसीयत की जानकारी जब रामदीन के दामाद सर्वेश कुमार को हुई तो वो नाराज रहने लगा. इसी बीच एक दिन सर्वेस बहाने से अपनी सास गुलजारा को फतेहपुर थाने के डड़ियामऊ स्थित अपने घर बुला ले गया. आरोप है कि गुलजारा का बेटा रामकुमार जब अपनी मां को बुलाने गया तो न तो उसके बहन बहनोई ने उससे मिलने दिया और न ही वापस घर ले जाने दिया. इस बात की उसने कई बार पुलिस को भी सूचना दी, लेकिन बहन बहनोई ने मां को नहीं भेजा.
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विजय कुमार और राजकुमार का आरोप है कि इसी दौरान 03 जून को रामकुमार के बहनोई सर्वेश ने अपनी बीमार सास गुलजारा देवी को बहला फुसलाकर और धोखाधड़ी करके उनकी जमीन सफदरगंज थाना क्षेत्र के रहरामऊ निवासी राधेश्याम के नाम बैनामा कर दिया. राधेश्याम झगड़े सबकुछ जानने बावजूद जमीन अपने नाम बैनामा करा ली और सारा पैसा पूर्व में ही नकद दर्शित करा दिया. पीड़ितों का आरोप है कि जमीन बेचे जाने की आशंका पर उन्होंने रजिस्ट्री दफ्तर में पहले ही प्रार्थना पत्र दिया था कि जमीन का बैनामा न किया जाए. बावजूद इसके जमीन का बैनामा कर दिया गया. पीड़ितों का आरोप है कि इस जमीन के एक ही दिन में चार बैनामे हुए जो नियम विरुद्ध है.
दरअसल एक ही बार में जमीन का बैनामा होने पर क्रेता को विक्रेता के खाते में जमीन की कीमत भेजनी होती. लेकिन चार बार बैनामा करने पर कीमत कम हो जाती है और बता दिया जाता है कि भुगतान एडवांस में हो गया. पीड़ित ने इस मामले में रजिस्ट्री दफ्तर के अधिकारियों पर भी मिली भगत के आरोप लगाए हैं. जमीन के बेच दिए जाने की जानकारी होने पर पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की गुहार लगाई है. पीड़ितों ने मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से भी कार्यवाही की गुहार लगाई है.