बाराबंकी: जनपद में वृद्ध महिलाओं की हत्या करने वाला सीरियल किलर 35 घंटे तक बाराबंकी पुलिस की कस्टडी में रहेगा. थानाध्यक्ष लाल चंद्र सरोज के मुताबिक गुरुवार को सीजेएम कोर्ट द्वारा तलब किए जाने पर पुलिस ने आरोपी को अयोध्या जेल से लाकर कोर्ट में पेश किया था. बाराबंकी पुलिस ने पूछताछ और घटना से जुड़े कुछ साक्ष्यों की बरामदगी के लिए आरोपी को पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने का प्रार्थना पत्र सीजेएम कोर्ट पर दिया था, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए शुक्रवार सुबह 08 बजे से 35 घण्टे के लिए रिमांड मंजूर कर ली.
बाराबंकी में वृद्ध महिलाओं की हत्या करने वाले आरोपी अमरेंद्र को 23 जनवरी को अयोध्या जिले के मवई थाने के हुनहुना गांव में जब आरोपी एक महिला को अपना शिकार बनाने जा रहा था. उसी वक्त ग्रामीणों ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया था. उसके बाद से वह अयोध्या जेल में है. आरोपी अमरेंद्र के ऊपर राम सनेही घाट थाना क्षेत्र में दो हत्यायें करने और हत्या करने के मुकदमे दर्ज हैं. जिनमे कोर्ट द्वारा आरोपी को तलब किया गया था.
दरअसल 30 दिसंबर 2022 को रामसनेही घाट थाना क्षेत्र के ठठेरहा गांव में एक वृद्ध महिला का शव पाया गया था. जांच पड़ताल शुरू हुई तो ऐसी ही दो और वारदातो की जानकारी हुई. बस पूरे इलाके में सीरियल किलर का खौफ हो गया. महिलाओं का घर से अकेले निकलना मुश्किल हो गया. इस सीरियल किलर की तलाश के लिए पुलिस ने गांव-गांव और जंगल-जंगल खाक छानी. गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम रखा और गांव गांव पोस्टर लगवाए. इसकी गिरफ्तारी को लेकर तीन सीओ और कई इंस्पेक्टर, एसओजी टीमों को लगाया गया था. बीते महीने 23 जनवरी को ये किलर जब अयोध्या जिले के हुनहुना गांव में एक महिला को अपना निशाना बना रहा था कि ग्रामीणों ने इसे धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया था.
बाराबंकी जिले के असंदरा थाना क्षेत्र के सड़वा भेलू गांव के रहने वाले सालिकराम रावत के घर तकरीबन 20 वर्ष पहले एक पुत्र का जन्म हुआ. बच्चा जब छोटा था तभी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था. बचपन में ही मां का प्यार बच्चे को नही मिला. सालिकराम ने दूसरी शादी कर ली शायद बच्चे को सौतेली मां में अपनी मां की तस्वीर नजर नहीं आई. घर के करीब स्कूल होने के बाद भी बच्चा अमरेंद्र कभी स्कूल नहीं गया. कुछ वर्षों बाद एक बेटा और एक बेटी को जन्म देकर सालिकराम की दूसरी पत्नी भी स्वर्ग सिधार गई. उसके बाद सालिकराम ने तीसरी शादी कर ली. शायद यही वजह रही कि अमरेंद्र में इसका मानसिक रूप से असर हुआ. पिता सालिक राम बकरी चराने का काम करता है. लिहाजा अमरेंद्र भी बकरी चराने लगा.
सालिकराम की तीसरी पत्नी भी मर चुकी है. ग्रामीणों के मुताबिक अमरेंद्र जब कुछ बड़ा हुआ तभी से उसकी हरकतें ठीक नहीं थी. पांच वर्ष पूर्व पिता सालिकराम ने अमरेंद्र की शादी कर दी थी. उसका गौना नहीं हुआ था. आने वाली 24 फरवरी को उसका गौना होना था. अमरेंद्र कुछ काम धंधा करे लिहाजा करीब 8 महीने पहले उसका दादा उसको गुजरात के सूरत ले गया था. सूरत में 06 महीने रहकर बीती 4 दिसंबर को वह घर लौटा था और फिर 05 दिसंबर को एक घटना कारित कर दी. उसके बाद 17 दिसंबर और 29 दिसंबर को भी उसने घटनाएं अंजाम दी.
पुलिस के मुताबिक आरोपी अमरेंद्र साइकिल लेकर अपने शिकार पर निकल पड़ता था. क्योंकि राम सनेही घाट के आसपास जंगल है. इसी क्षेत्र में घर और ससुराल होने के चलते वह यहां की भौगोलिक क्षेत्र से खासा वाकिफ था. घर से अकेली निकली किसी वृद्ध महिला को देखकर ये आसानी से उनको अपना शिकार बना लेता था. पुलिस पूछताछ में अमरेंद्र ने बताया कि इसके ऊपर कोई ताबीज चढ़ा दिया है. जिससे बीच बीच मे उसका दिमाग खराब हो जाता है. वृद्ध महिलाओं को देख उसकी आंखों मे चमक आ जाती थी. ये सोचता था कि उनको ये आसानी से मार देगा. इसलिए उन पर हमला करता था. उनके साथ दुराचार का प्रयास करता था फिर किसी कपड़े से गला दबाकर उनकी हत्या कर देता था. बाराबंकी में हुई दो हत्याओं की बात उसने कुबूल की है. इसके अलावा उसने दो पर हमला करने का प्रयास किया है. शुक्रवार को अयोध्या जेल से रिमांड पर लेने के बाद पुलिस आरोपी अमरेंद्र से घटना के दौरान पहने गए कपड़ों की बरामदगी समेत घटना से जुड़े दूसरे साक्ष्य इकट्ठा करेगी.
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