बाराबंकी: निक्षय पोषण योजना में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. विभाग में तैनात एक संविदा कर्मी ने ही पीड़ित मरीजों को मिलने वाला लाखों रुपया डकार लिया. मामले का खुलासा होने के बाद नगर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. इस खुलासे के बाद विभाग में हड़कम्प मच गया है. अधिकारियों ने माना कि जिले के ज्यादातर ब्लॉकों में इस योजना में घोटाला हुआ है. बड़े घोटाले की आशंका को लेकर सभी ब्लॉकों में जांच शुरू कर दी गई है.
स्वास्थ्य विभाग में घपलेबाजी...
- सरकार द्वारा पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी रोगियों को पोषण के लिए इंसेंटिव देने की योजना बनाई गई थी.
- योजना के तहत रोगियों को अप्रैल 2018 से हर महीने 500 रुपये दिए जाने का प्रावधान किया गया था.
- घोटालेबाजों ने गरीब मरीजों को मिलने वाली इस रकम को भी डकार लिया.
- शिकायत के बाद हुई जांच में इस घोटाले का खुलासा हुआ तो हड़कम्प मच गया.
सीएचसी घुघटेर में तैनात संविदाकर्मी वीरेंद्र कुमार ने तकरीबन तीन दर्जन से ज्यादा मरीजों की तीन लाख रुपये से ज्यादा की रकम अपने चहेतों और कुछ फर्जी तैयार किए गए खातों में भेजकर हड़प कर ली. डीएम के निर्देश पर जिला क्षय रोग अधिकारी ने आरोपी संविदाकर्मी वीरेंद्र कुमार के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.
आरोपी वीरेंद्र कुमार ने कुछ अपने चहेतों और कुछ फर्जी नाम के अकाउंट में यह रकम ट्रांसफर कर निकाल ली. घोटाला जिले के कई ब्लॉकों में हुआ है लिहाजा जांच कराई जा रही है.
-डॉ. एके वर्मा, जिला क्षय रोग अधिकारी