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मोदी ने 'मन की बात' में किया जिक्र, बदल गई सराही झील की तस्वीर - बाराबंकी समाचार

यूपी के बाराबंकी की सराही झील का पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में जिक्र किया था. इसके बाद से जिले के अधिकारी सराही झील का लगातार दौरा कर रहे हैं. सराही झील में स्थानीय पक्षियों के साथ-साथ विदेशी पक्षी भी दूर-दूर से आ रहे हैं. वहीं किसान यूनियन के नेता इस झील को सुंदर बनाने के लिए श्रमदान कर रहे हैं.

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सराही झील
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Published : Feb 2, 2020, 1:58 AM IST

बाराबंकी: रामसनेहीघाट क्षेत्र की सराही झील लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रही है. यहां लगातार प्रवासी पक्षियों का आना जारी है. शनिवार को एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला ने सराही झील का निरीक्षण किया और प्रवासी पक्षियों के बारे में वन विभाग से जानकारी ली.

शनिवार को सराही झील का दौरा करने गए किसान यूनियन के नेताओं ने श्रमदान किया. किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि इस झील को सुंदर बनाने के लिए जो भी सहयोग होगा, वह किसान यूनियन करेगी.

सराही झील का SDM ने किया दौरा.

वन विभाग के दारोगा मोहित श्रीवास्तव ने बताया कि स्थानीय पक्षी, विदेशी पक्षी काफी मात्रा में यहां आ चुके हैं. विदेशी पक्षियों में अबलक, स्वान, लाल शीर, गुरुच्छीया पक्षी सराही झील में मौजूद हैं, जिनको देखने लोग दूर-दूर से आ रहे हैं. मोहित श्रीवास्तव ने बताया कि वन विभाग की टीम इस झील की रखवाली कर रही है. कोई भी इस झील पर पक्षियों का शिकार न कर सके, इसलिए यहां पर लगातार निगरानी की जा रही है.

ये भी पढ़ें: बाराबंकी में जमीन के मालिकाना हक को लेकर तीन संस्थाएं आमने-सामने

परिंदा फाउंडेशन के जिला संयोजक निसार मेहंदी भी अपनी टीम के साथ झील पर नजर बनाए हुए हैं. परिंदा फाउंडेशन की इसी उद्देश्य से स्थापना हुई है कि पक्षियों को बचाया जाए. तालाबों में पानी नहीं रहता है तो परिंदा फाउंडेशन पानी की व्यवस्था करता है और पक्षियों के लिए दाने की व्यवस्था करता है. निसार मेहंदी ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सराही झील का नाम लिया है उससे हम लोग बहुत खुश हैं और मोदी जी को आभार व्यक्त करते हैं.

बाराबंकी: रामसनेहीघाट क्षेत्र की सराही झील लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रही है. यहां लगातार प्रवासी पक्षियों का आना जारी है. शनिवार को एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला ने सराही झील का निरीक्षण किया और प्रवासी पक्षियों के बारे में वन विभाग से जानकारी ली.

शनिवार को सराही झील का दौरा करने गए किसान यूनियन के नेताओं ने श्रमदान किया. किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि इस झील को सुंदर बनाने के लिए जो भी सहयोग होगा, वह किसान यूनियन करेगी.

सराही झील का SDM ने किया दौरा.

वन विभाग के दारोगा मोहित श्रीवास्तव ने बताया कि स्थानीय पक्षी, विदेशी पक्षी काफी मात्रा में यहां आ चुके हैं. विदेशी पक्षियों में अबलक, स्वान, लाल शीर, गुरुच्छीया पक्षी सराही झील में मौजूद हैं, जिनको देखने लोग दूर-दूर से आ रहे हैं. मोहित श्रीवास्तव ने बताया कि वन विभाग की टीम इस झील की रखवाली कर रही है. कोई भी इस झील पर पक्षियों का शिकार न कर सके, इसलिए यहां पर लगातार निगरानी की जा रही है.

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परिंदा फाउंडेशन के जिला संयोजक निसार मेहंदी भी अपनी टीम के साथ झील पर नजर बनाए हुए हैं. परिंदा फाउंडेशन की इसी उद्देश्य से स्थापना हुई है कि पक्षियों को बचाया जाए. तालाबों में पानी नहीं रहता है तो परिंदा फाउंडेशन पानी की व्यवस्था करता है और पक्षियों के लिए दाने की व्यवस्था करता है. निसार मेहंदी ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सराही झील का नाम लिया है उससे हम लोग बहुत खुश हैं और मोदी जी को आभार व्यक्त करते हैं.

Intro:बाराबंकी. रामसनेहीघाट क्षेत्र की सराही झील लोगों के आकर्षण का का केंद्र बन रही है क्योंकि लगातार प्रवासी पक्षियों का आना जारी है आज एसडीएम रामसनेहीघाट राजीव शुक्ला क्षेत्रीय अधिकारी रामसनेहीघाट पवन के द्वारा सराही झील का निरीक्षण किया गया और प्रवासी पक्षियों के बारे में वन विभाग से जानकारी ली गई।
आज यहां पर किसान यूनियन के नेताओं ने श्रमदान किया और किसान यूनियन के नेताओं ने कहा इस झील को सुंदर बनाने के लिए जो भी सहयोग होगा व किसान यूनियन करेगी।


Body:वही जब वन विभाग के दरोगा मोहित से ईटीवी के संवाददाता ने पूछा कि कौन कौन सी विदेशी पक्षी अब तक यहां आ चुकी है।

उन्होंने बताया स्थानीय पक्षी विदेशी पक्षी काफी मात्रा में यहां आ चुकी हैं विदेशी पक्षियों में .अबलक .स्वान .लाल शीर . गुरुच्छीया . पंछी इस सराही झील में मौजूद हैं जिनको देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं.

वन विभाग दरोगा मोहित श्रीवास्तव ने बताया कि वन विभाग की टीम यहां लगातार इस झील की रखवाली कर रही है कि कोई भी इस झील में कीटनाशक दवाई न डाल सके और कोई भी इस झील पर पक्षियों का शिकार न कर सके इसलिए यहां पर लगातार वन विभाग निगरानी कर रहा है।



Conclusion:परिंदा फाउंडेशन के जिला संयोजक .निसार मेहंदी .भी अपनी टीम के साथ लगातार झील पर नजर बनाए हुए हैं क्योंकि परिंदा फाउंडेशन इसी उद्देश्य के लिए इसकी स्थापना हुई है कि पंछियों को बचाया जाए और इनको जैसे तालाबों में पानी नहीं रहता है तो परिंदा फाउंडेशन पानी की व्यवस्था करता है और उनके दाने की व्यवस्था करता है आज ईटीवी से बात करते हुए निसार मेहंदी ने बताया कि जिस प्रकार देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने इस सराही झील का नाम लिया है हम लोग बहुत खुश हैं और माननीय मोदी जी को आभार व्यक्त करते हैं कि आज पिछड़े हुए गांव का भी नाम लिया जिससे अभी इस झील को एक नया रूप दिया जा सकेगा और देसी विदेशी पंछियों का यहां पर देखने को मिलेंगी.

बाइट .वन दरोगा मोहित श्रीवास्तव.

बाइट. निसार मेहंदी.

ईटीवी भारत के लिए बाराबंकी से लक्ष्मण तिवारी 97 9421 7543
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