बाराबंकी : जिले में गलत तथ्यों के आधार पर अपात्र किसानों द्वारा हासिल की गई किसान सम्मान निधि की रिकवरी शुरू हो गई है. बीते दो दिनों में ही 13 लाख 54 हजार रुपयों की रिकवरी हो चुकी है. इनकम टैक्स के दायरे में आए निधि की कई किस्त ले चुके 2692 किसानों से 2 करोड़ से ज्यादा रुपयों की रिकवरी की जानी है. यही नहीं, खास तौर पर गठित की गई टीमें गांव-गांव जाकर सोशल ऑडिट कर अपात्रों को चिन्हित कर रही हैं. इन अपात्रों से भी रिकवरी होगी. विभाग द्वारा शुरू की गई रिकवरी से अपात्रों में हड़कंप मचा है.
जिले में किसान सम्मान निधि के लिए पंजीकृत किसानों की संख्या 5 लाख 7 हजार 357 है. पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त लाभार्थी के खाते में जाती है. लिहाजा लाभार्थी का बैंक खाता अपडेट होना चाहिए. यही वजह है कि लाभार्थियों को निर्देश है कि वे अपने बैंक खातों के लिए ईकेवाईसी (e-kyc) करा लें. अब तक महज 2 लाख 80 हजार 453 लाभार्थियों ने ही ई-केवाईसी कराई जबकि अभी भी 2 लाख से ज्यादा किसानों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है. उपकृषि निदेशक अनिल सागर (Deputy Agriculture Director Anil Sagar) ने बताया कि 31 मई तक ई-केवाईसी नहीं कराने वालों की किश्त फंस सकती है. 31 मई को पीएम मोदी किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि की 11वीं किश्त डालेंगे. उन्होंने बताया कि 31 मई को पीएम मोदी 11 वीं किस्त जारी करेंगे.
जिन किसानों ने ई-केवाईसी नहीं कराया होगा, उनके खाते में संभव है किस्त न भेजी जाय. अपात्रों के चिह्नित किया जा रहा है. शासन के निर्देश पर जिले में कृषि विभाग, राजस्व विभाग, पंचायत विभाग के कर्मचारियों की संयुक्त टीम गांव-गांव सोशल ऑडिट कर रही है.
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इसमें पीएम किसान सम्मान निधि के लिए किसानों की पात्रता का परीक्षण किया जा रहा है. 2692 लाभार्थी आयकर दाता श्रेणी में जिले में 2692 लाभार्थी ऐसे हैं जो आयकर दाता की श्रेणी के है. शासन ने कृषि विभाग को ऐसे लाभार्थियों की सूची उपलब्ध कराई है. इन किसानों से बैंकों द्वारा उनके खातों से ही रिकवरी कर ली जा रही है जिनके खाते में पैसे नहीं होंगे. उनकी रिकवरी तहसीलवार राजस्व विभाग की ओर से होगी.
हालांकि अपात्रों से पिछले वर्ष से ही रिकवरी की जा रही है लेकिन इधर इनकम टैक्स के दायरे में आने वाले किसानों को चिह्नित कर उनसे वसूली की जा रही है. उसके बाद सोशल ऑडिट में अपात्र पाए जाने वाले किसानों से वसूली की जाएगी. दस किश्तों में आ चुकी निधि योजना के लागू होने के बाद एक फरवरी 2019 से अब तक जिले में दस किस्त आ चुकी हैं जिनमें 9 अरब 47 करोड़ 67 लाख 32 हजार रुपये किसानों को दिए जा चुके हैं. पति-पत्नी में से एक ही निधि हासिल करने का पात्र होगा. आयकरदाता, मृतक, भूमिहीन, जिन कृषकों द्वारा भूमि बेच दी गई हो एवं 1 फरवरी 2019 के बाद के भूमि धारक (वरासत को छोड़कर), पेंशनर (दस हजार से अधिक), संवैधानिक पदधारक, सरकारी कर्मचारी (समूह घ को छोड़कर), डॉक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता, सीए पात्र होगा.
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