बाराबंकी: राष्ट्रवादी किसान क्रांति दल के प्रदेश अध्यक्ष रामजी तिवारी ने कृषि कानून के लेकर कहा कि "मोदी सरकार बिल में संशोधन करने को तैयार है, संशोधन का मतलब गलती को सुधारना है." उन्होंने कहा कि "गलती ही क्योंकि जाए जिसको बाद में सुधारना पड़े. अब बात रही संशोधन की तो संशोधन करने का बहुत बड़ा हमें फायदा नजर नहीं आता है. किसान हित को देखते हुए सरकार को तीनों बिल वापस लेना चाहिए."
रामजी तिवारी ने किसानों की समस्या पर बताया कि "1868 रुपये में क्रय केंद्रों पर किसानों से धान खरीदा जा रहा है, जबकि राइस मील किसानों से धान सस्ते रेट पर ले रही है. सरकार को चाहिए इस पर एक कानून बनाए. सरकारी क्रय केंद्र और राइस मील पर किसानों को 1868 रुपये का ही रेट मिले. और अगर राइस मिल किसानो से सस्ता धान खरीदते हैं तो उनके ऊपर उचित कार्रवाई की जाए."
'किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी'
राष्ट्रवादी किसान क्रांति दल के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहते हैं और किसानों से धान औने-पौने दामों पर खरीदा जा रहा है और क्रय केंद्रों पर किसानों का धान तोला नहीं जा रहा है, तो ऐसे में किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी"
किसान आंदोलन पर उन्होंने कहा कि "अगर देश की राजधानी दिल्ली में कोई चिंगारी उठेगी तो वह पूरे देश में जाएगी. पीएम मोदी को दिल्ली में बैठे आंदोलनकारी किसानों से बात करनी चाहिए. किसानों से संवाद करने में क्या दिक्कत है" राष्ट्रवादी किसान क्रांति दल के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि "28 दिसंबर को मेरी पार्टी के द्वारा एक शांति मार्च बाराबंकी में गन्ना दफ्तर से शुरू होकर डीएम कार्यालय तक जाएगा और डीएम को 5 सूत्रीय ज्ञापन दिया जाएगा."