बाराबंकी : जिले की एक ऐसी तहसील है जहां पर एक चमत्कारी बाबा हुए और उन्हीं के नाम से रामसनेहीघाट तहसील बसाया गया है. यहां पर आज भी लोग कोई भी शुभ कार्य करने के पहले उनका आशीर्वाद लेना नहीं भूलते. बाबा रामसनेही के दरबार में जो भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर आता है बाबा रामसनेही उस भक्तों की सारी मनोकामना पूर्ण करते हैं ऐसा यहां के लोगों को विश्वास है. मनोकामना पूर्ण होने पर भक्त यहां कथा रामायण और पूजा अनुष्ठान करते हैं. साल में एक बार बाबा की समाधि स्थल पर भव्य मेला लगता है.
यहां पर अंग्रेजों के द्वारा रोड बनाई जा रही थी और पुल बनाया जा रहा था .दिन में पुल बनाता और रात में गिर जाता .अंग्रेजी सरकार जब काफी परेशान हो गयी तो बाबा ने उनको स्वप्न में दिखाया इस रोड को थोड़ा हमारी समाधि स्थल से हटाकर बनाओ तब आपकी रोड और पुल बनेगा. अंग्रेज अफसर ने ऐसा ही किया तब जाकर पुल और रोड बन पाया. एक बार बाबा रामसनेही को हनुमान जी ने दर्शन दिया था और उन्हीं के बताए अनुसार बाबा जी ने यहीं पर जिंदा समाधि ली थी.
-बाबा शिव चंद्र दास भारती, पुजारी रामसनेही बाबा मंदिर