बाराबंकी: जिला कारागार में बंद एक कैदी ने शुक्रवार को पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी. इस दौरान सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने फोरेंसिक टीम और मजिस्ट्रेट को खबर दी, इनकी मौजूदगी में शव को नीचे उतारा गया. बताया जा रहा है कि मृतक ने आत्मग्लानि में फांसी लगाई है. दरअसल बंदियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी बंदीरक्षकों की होती है. इस मामले में एक बंदी रक्षक की लापरवाही सामने आने पर उसे जेल प्रशासन ने निलंबित कर दिया है.
- जिला कारागार में एक बंदी ने पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी.
- मृतक रामधन उर्फ हंटरी बदोसराय थाना क्षेत्र के नया पुरवा का रहने वाला था.
- बीती 20 मार्च को रामधन ने अपने सगे छोटे भाई तिलकराम की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी.
- इसी मामले में बीती 23 मार्च से रामधन जिला कारागार में बंद था और उसका बेटा सोनू फैज़ाबाद जेल में बंद है.
- गुरुवार को इसी मामले की पेशी थी, जिसमे रामधन गया था वहां परिवार के लोग भी उससे मिलने आये थे.
- पेशी से लौटने के बाद वह कुछ तनाव में था, आज करीब साढ़े दस बजे रामधन गौशाला में काम करने गया था.
- जहां उसने गौशाला से सटी मुख्य दीवार के पास लगे कटहल के पेड़ से गाय बांधने की रस्सी से फांसी लगाकर जान दे दी.
- इस मामले में लापरवाही पाए जाने पर बंदीरक्षक ओमप्रकाश यादव को निलंबित कर दिया गया है.