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बाराबंकी: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की बदलेगी तस्वीर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में किया जाएगा तब्दील - every family will have family card

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है. इन केंद्रों पर डेंगू ,चिकनगुनिया, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच समेत मरीजों को यौगिक क्रियाएं भी कराई जाएंगी.

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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की बदलेगी तस्वीर.
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Published : Dec 28, 2019, 12:47 PM IST

बाराबंकी: जिले में स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण इलाकों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की जांच हो सके. इन केंद्रों पर डेंगू ,चिकनगुनिया, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच समेत मरीजों को योगिक क्रियाएं की जाएंगी. पहले इन उपकेंद्रों और प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की बदलेगी तस्वीर.

ग्रामीण इलाकों में बदहाल पड़े स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में तैयार किया जा रहा है. पहले चरण में 30 उपकेंद्रों को वैलनेस सेंटर में बदला जा रहा है. बाद में सभी 353 उपकेंद्रों को वैलनेस सेंटर में तब्दील कर दिया जाएगा. कुछ पीएचसी केंद्रों को भी वैलनेस केंद्र बनाया जा रहा है. इन केंद्रों पर ट्रेंड स्टाफ नर्सों को तैनात किया जाएगा, जबकि पीएचसी वाले केंद्रों पर एक विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति की जाएगी.

प्रत्येक परिवार का बनेगा फैमिली कार्ड
योजना के तहत आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर प्रत्येक परिवार का फैमिली कार्ड बनाएंगी. साथ ही परिवार के प्रत्येक सदस्य के स्वास्थ्य का ब्यौरा दर्ज करेंगी. बीमार लोगों का डिटेल, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर उपलब्ध कराया जाएगा. सेंटर पर मौजूद स्टाफ उनकी जांच कर उनका प्राथमिक इलाज करेगा, जबकि गंभीर मामलों में बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर्स को भेजेगा.

नर्स की जाएगी तैनात
डॉक्टरों की कमी के चलते इन सेंटर्स पर ट्रेंड स्टाफ नर्स की तैनाती की जाएगी. नर्सों को 6-6 महीने का ब्रिज कोर्स कराया जाएगा. इन केंद्रों पर ब्लड प्रेशर, शुगर, खून की जांच और प्राइमरी स्टेज की कैंसर की जांच करने की सुविधा रहेगी. इन केंद्रों पर लोगों को योगिक क्रिया कराने की व्यवस्था भी रहेगी.

हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में मिलेगी ये सुविधाएं

  • हीमोग्लोबिन ,टीएलसी, डीएलसी ,ब्लड ग्रुप, पेशाब द्वारा गर्भ की जांच
  • एल्बुमिन और ग्लूकोस की जांच
  • मलेरिया ,फाइलेरिया, डेंगू ,चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस, बलगम, टाइफाइड की जांच
  • इसके अलावा गर्भावस्था एवं शिशु जन्म देखभाल -नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल
  • बाल और किशोर स्वास्थ्य देखभाल
  • संचारी रोगों का प्रबंधन
  • साधारण बीमारियों का उपचार
  • परिवार नियोजन ,गर्भनिरोधक और प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल
  • गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग ,रेफरल की व्यवस्था -योगा और एक्सरसाइज काउंसलिंग की व्यवस्था

इसे भी पढ़ें- CAA Protest: लखनऊ में 42 लोगों को नोटिस जारी, 2 करोड़ 54 लाख रुपये की होगी वसूली

बाराबंकी: जिले में स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण इलाकों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की जांच हो सके. इन केंद्रों पर डेंगू ,चिकनगुनिया, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच समेत मरीजों को योगिक क्रियाएं की जाएंगी. पहले इन उपकेंद्रों और प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की बदलेगी तस्वीर.

ग्रामीण इलाकों में बदहाल पड़े स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में तैयार किया जा रहा है. पहले चरण में 30 उपकेंद्रों को वैलनेस सेंटर में बदला जा रहा है. बाद में सभी 353 उपकेंद्रों को वैलनेस सेंटर में तब्दील कर दिया जाएगा. कुछ पीएचसी केंद्रों को भी वैलनेस केंद्र बनाया जा रहा है. इन केंद्रों पर ट्रेंड स्टाफ नर्सों को तैनात किया जाएगा, जबकि पीएचसी वाले केंद्रों पर एक विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति की जाएगी.

प्रत्येक परिवार का बनेगा फैमिली कार्ड
योजना के तहत आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर प्रत्येक परिवार का फैमिली कार्ड बनाएंगी. साथ ही परिवार के प्रत्येक सदस्य के स्वास्थ्य का ब्यौरा दर्ज करेंगी. बीमार लोगों का डिटेल, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर उपलब्ध कराया जाएगा. सेंटर पर मौजूद स्टाफ उनकी जांच कर उनका प्राथमिक इलाज करेगा, जबकि गंभीर मामलों में बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर्स को भेजेगा.

नर्स की जाएगी तैनात
डॉक्टरों की कमी के चलते इन सेंटर्स पर ट्रेंड स्टाफ नर्स की तैनाती की जाएगी. नर्सों को 6-6 महीने का ब्रिज कोर्स कराया जाएगा. इन केंद्रों पर ब्लड प्रेशर, शुगर, खून की जांच और प्राइमरी स्टेज की कैंसर की जांच करने की सुविधा रहेगी. इन केंद्रों पर लोगों को योगिक क्रिया कराने की व्यवस्था भी रहेगी.

हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में मिलेगी ये सुविधाएं

  • हीमोग्लोबिन ,टीएलसी, डीएलसी ,ब्लड ग्रुप, पेशाब द्वारा गर्भ की जांच
  • एल्बुमिन और ग्लूकोस की जांच
  • मलेरिया ,फाइलेरिया, डेंगू ,चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस, बलगम, टाइफाइड की जांच
  • इसके अलावा गर्भावस्था एवं शिशु जन्म देखभाल -नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल
  • बाल और किशोर स्वास्थ्य देखभाल
  • संचारी रोगों का प्रबंधन
  • साधारण बीमारियों का उपचार
  • परिवार नियोजन ,गर्भनिरोधक और प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल
  • गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग ,रेफरल की व्यवस्था -योगा और एक्सरसाइज काउंसलिंग की व्यवस्था

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Intro:बाराबंकी,28 दिसम्बर । अब ग्रामीण इलाकों में भी कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की जांच हो सकेगी । क्योंकि इसके लिए हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बनाए जा रहे हैं । इन केंद्रों पर डेंगू ,चिकनगुनिया, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच समेत मरीजों को यौगिक क्रियाएं भी कराई जाएंगी ।


Body:वीओ - बदहाल पड़े ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य उपकेंद्रों के अच्छे दिन शुरू हो गए हैं क्योंकि इन उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में तैयार किया जा रहा है । पहले चरण में 30 सेंटर खोले जा रहे हैं । बाद में सभी 353 उपकेंद्रों को वैलनेस सेंटर में तब्दील कर दिया जाएगा । कुछ पीएचसी केंद्रों को भी वैलनेस केंद्र बनाया जा रहा है । इन केंद्रों पर ट्रेंड स्टाफ नर्सेज तैनात की जाएंगी जबकि पीएचसी वाले केंद्रों पर एक विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति होगी ।
बाईट - डॉ रमेश चन्द्रा , सीएमओ बाराबंकी

वीओ - योजना के तहत आशा कार्यकर्ता घर घर जाकर प्रत्येक परिवार का फैमिली कार्ड बनाएंगी । साथ ही परिवार के प्रत्येक सदस्य के स्वास्थ्य का ब्यौरा दर्ज करेंगी । बीमार लोगों का डिटेल, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर उपलब्ध कराया जाएगा । सेंटर पर मौजूद स्टाफ उनकी जांच कर उनका प्राथमिक इलाज करेगा जबकि गंभीर मामलों में बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर्स को भेजेगा ।
बाईट - डॉ अवनीश कुमार गुप्ता, पीएचसी प्रभारी हरख

वीओ- डॉक्टरों की कमी के चलते इन सेंटर्स पर ट्रेंड स्टाफ नर्स की तैनाती की जाएगी। जिनको 6-6 महीने का ब्रिज कोर्स कराया जाएगा ।इन केंद्रों पर ब्लड प्रेशर, शुगर, खून की जांच और प्राइमरी स्टेज की कैंसर की जांच करने की सुविधा रहेगी ।यही नहीं इन केंद्रों पर लोगों को योगिक क्रिया कराने की व्यवस्था भी रहेगी ।
बाईट - डॉ रमेश चन्द्रा , सीएमओ बाराबंकी

हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में क्या होंगी सुविधाएं

- हीमोग्लोबिन ,टीएलसी, डीएलसी ,ब्लड ग्रुप, पेशाब द्वारा गर्भ की जांच
-एल्बुमिन और ग्लूकोस की जांच
-मलेरिया ,फाइलेरिया, डेंगू ,चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस, बलगम, टाइफाइड की जांच
-इसके अलावा गर्भावस्था एवं शिशु जन्म देखभाल -नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल
-बाल व किशोर स्वास्थ्य देखभाल
-संचारी रोगों का प्रबंधन
-साधारण बीमारियों का उपचार
-परिवार नियोजन ,गर्भनिरोधक और प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल
-गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग ,रेफरल की व्यवस्था -योगा और एक्सरसाइज काउंसलिंग की व्यवस्था

क्या थे उपकेंद्र

पहले इन उप केंद्रों और प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे की स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था। जहां एएनएम बैठकर टीकाकरण का काम करती थी ।अब इन्हीं उप केंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है ।


Conclusion:रिपोर्ट - अलीम शेख बाराबंकी
9454661740
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