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बाराबंकी में इस योजना से गरीब लड़कियों के हाथ होंगे पीले

यूपी के बाराबंकी जिले में कोरोना संकट के चलते आर्थिक तंगी झेल रहे गरीब मां-बाप की बेटियों के हाथ जल्द ही पीले होंगे. दरअसल, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत इन बेटियों की शादी करवाई जाएगी. इसके लिए 65 बेटियों का चयन किया गया है.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना.
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना.
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Published : Oct 26, 2020, 3:34 PM IST

Updated : Oct 26, 2020, 3:59 PM IST

बाराबंकी: जनपद में कोरोना संकट के चलते आर्थिक तंगी झेल रहे गरीब मां-बाप की बेटियों के हाथों में ही जल्द ही मेहंदी लगने जा रही है. दरअसल, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 65 बेटियों की शादी में शहनाइयां गूंजेगी. इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने आवेदन पत्रों की जांच के बाद वर-वधुओं का चयन कर लिया है. वहीं, ब्लॉक लेवल अधिकारियों को पत्र जारी कर उनको तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि शुभ मुहूर्त देखकर नवंबर महीने में ये विवाह संपन्न करा दिए जाएं. खास बात यह है कि इस बार यह विवाह ब्लॉक स्तर पर आयोजित होंगे.

जानकारी देते जिला समाज कल्याण अधिकारी.

बीते वर्षों की तरह जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत धूमधाम से संपन्न होने वाली शादियां इस बार नहीं होंगी. कोरोना के चलते गरीब परिवारों की बेटियों की सुरक्षा को देखते हुए इस बार यह आयोजन हर ब्लॉक में होंगे. कुल 65 शादियों का बजट मिला है. लिहाजा, किसी ब्लॉक में 4 तो किसी में 5 शादियां पूरे रीति-रिवाज से सम्पन्न होंगी. योजना के तहत इन्हें उपहार दिया जाएगा और नकदी खाते में भेजी जाएगी. इन शादियों में सीमित लोगों को ही बुलाया जाएगा.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना
वर्ष 2017-18 में सूबे की सरकार ने गरीब कन्याओं की शादी के लिए यह योजना शुरू की थी. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सरकार की ओर से एक बेटी की शादी पर 51 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं. इसमें 35 हजार रुपये लड़की के खाते में भेजे जाते हैं. इसके अलावा 10 हजार रुपये का सामान और 6 हजार रुपये आयोजन में खर्च किया जाता है.

इसे भी पढ़ें- पहली बार बाराबंकी में रावण का पुतला न बनने से दुखी ये मुस्लिम परिवार

बाराबंकी: जनपद में कोरोना संकट के चलते आर्थिक तंगी झेल रहे गरीब मां-बाप की बेटियों के हाथों में ही जल्द ही मेहंदी लगने जा रही है. दरअसल, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 65 बेटियों की शादी में शहनाइयां गूंजेगी. इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने आवेदन पत्रों की जांच के बाद वर-वधुओं का चयन कर लिया है. वहीं, ब्लॉक लेवल अधिकारियों को पत्र जारी कर उनको तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि शुभ मुहूर्त देखकर नवंबर महीने में ये विवाह संपन्न करा दिए जाएं. खास बात यह है कि इस बार यह विवाह ब्लॉक स्तर पर आयोजित होंगे.

जानकारी देते जिला समाज कल्याण अधिकारी.

बीते वर्षों की तरह जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत धूमधाम से संपन्न होने वाली शादियां इस बार नहीं होंगी. कोरोना के चलते गरीब परिवारों की बेटियों की सुरक्षा को देखते हुए इस बार यह आयोजन हर ब्लॉक में होंगे. कुल 65 शादियों का बजट मिला है. लिहाजा, किसी ब्लॉक में 4 तो किसी में 5 शादियां पूरे रीति-रिवाज से सम्पन्न होंगी. योजना के तहत इन्हें उपहार दिया जाएगा और नकदी खाते में भेजी जाएगी. इन शादियों में सीमित लोगों को ही बुलाया जाएगा.

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना
वर्ष 2017-18 में सूबे की सरकार ने गरीब कन्याओं की शादी के लिए यह योजना शुरू की थी. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सरकार की ओर से एक बेटी की शादी पर 51 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं. इसमें 35 हजार रुपये लड़की के खाते में भेजे जाते हैं. इसके अलावा 10 हजार रुपये का सामान और 6 हजार रुपये आयोजन में खर्च किया जाता है.

इसे भी पढ़ें- पहली बार बाराबंकी में रावण का पुतला न बनने से दुखी ये मुस्लिम परिवार

Last Updated : Oct 26, 2020, 3:59 PM IST
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