बाराबंकी: जिले में पुलिस का एक मानवीय पक्ष भी देखने को मिला. पुलिस 15 दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए एक किशोर की तलाश कर रही है. इसके लिए एक रिक्शे से लगातार शहर और आस-पास के इलाकों में अनाउंसमेंट किया जा रहा है. लेकिन, कई दिन बाद भी अब तक बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला है.
नगर कोतवाली के आवास विकास कालोनी निवासी राम नरेश गुप्ता मेयो मेडिकल कालेज के सामने छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं. राम नरेश ने बताया कि वह रोजाना रात में दुकान बंद कर वहीं सो जाते थे. घर से उनका 12 वर्षीय पौत्र ओम गुप्ता रोज खाना लेकर आता था. कभी वो खाना देकर लौट जाता था तो कभी वहीं सो जाता था. बीते 21 सितम्बर को भी वो खाना लेकर आया था और दुकान पर ही सो गया था. भोर में जब दुकान खोलने के लिए राम नरेश की आंख खुली तो उसने देखा कि देखा कि उनका पोता गायब है और ओढ़ने वाली चादर के साथ दुकान का गल्ला भी गायब है.
22 सितम्बर को उन्होंने नगर कोतवाली पहुंचकर अपहरण किए जाने की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने कई दिनों तक किशोर की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. नगर कोतवाली के सीनियर सब इंस्पेक्टर ने पीड़ित की परेशानी महसूस की और बच्चे की तलाश के लिए एक रिक्शे पर पोस्टर लगवाकर लगातार अनाउंसमेंट शुरू करा दिया.