बाराबंकीः दो दिन पहले एक युवती की हत्या कर बोरे में शव भरकर फेंके जाने का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया. प्रेम त्रिकोण के चलते युवती के प्रेमी और उसकी पहली प्रेमिका ने बहाने से युवती को अपने घर बुलाया और उसकी हत्या कर डाली. यही नहीं इस हत्याकांड में पहली प्रेमिका के पिता ने भी मदद की और शव को बोरे में भरकर ठिकाने लगा दिया. इस मामले में पुलिस ने आरोपी प्रेमी उसकी पहली प्रेमिका और उसके पिता को गिरफ्तार किया है.
क्या था मामला
रामनगर थाना क्षेत्र के मीरपुर गांव के रहने वाले शिव कुमार प्रजापति ने बीती 28 नवंबर को पुलिस को तहरीर दी थी, जिसमें कहा गया था कि 27 नवबंर को सुबह करीब 11 बजे उनकी पुत्री अमिता को अतीक बहला फुसलाकर भगा ले गया है. रामनगर पुलिस ने इस मामले में अपहरण का मुकदमा दर्ज कर अपहृत युवती की तलाश में जुट गई थी.
शाम को बोरे में मिला शव
28 नवबंर को शाम को गौरा चक गांव के बाहर हरी लाल गौतम के खेत में एक प्लास्टिक के बोरे में एक युवती का शव बरामद हुआ. इस युवती की शिनाख्त अमिता के रूप में हुई. उसके परिजनों ने शिनाख्त की. मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान ने मौका मुआयना किया और हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए. पुलिस टीम ने मौके से साक्ष्य इकट्ठा कर पड़ताल शुरू की. डिजिटल साक्ष्य और भौतिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने इस मामले में रामनगर थाने के मीरपुर निवासी अतीक, वंदना और गौरीशंकर को गिरफ्तार कर लिया.
क्या थी हत्या की वजह
दरअसल अभियुक्त अतीक और इसी गांव की रहने वाली वंदना पुत्री गौरीशंकर के बीच तीन-चार वर्षों से प्रेम सम्बन्ध था. इसी बीच अतीक का सम्बंध मृतका अमिता से भी हो गया था. वन्दना को इस बात की जानकारी करीब 06 माह पूर्व हुई, तो वन्दना और अमिता के बीच कहा सुनी हुई थी. इसके बाद भी अतीक, वन्दना और अमिता दोनों से बात करता रहा. वन्दना को पता चला की अमिता और अतीक भाग कर शादी करने वाले हैं. इस पर वन्दना ने अतीक को बुलाया और कहा कि अगर उसने अमिता से शादी की तो वह उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा लिखा देगी. अतीक ने कहा कि ऐसा न करो वह अमिता से कोई सम्बन्ध नहीं रखेगा. परन्तु उसे रास्ते से हटाना पड़ेगा.
खेत से लौटे पिता को आरोपी वंदना ने बताई पूरी बात
वन्दना के पिता जब खेत से आए तो वन्दना ने अपने पिता गौरीशंकर से रोकर पूरी बात बताई. इस पर गौरीशंकर ने वन्दना को डांटा फटकारा और रात में मृतका अमिता के शव को प्लास्टिक के बोरे में भरकर साइकिल पर बांधकर ले जाकर गौरा चक तालाब के पास सड़क के किनारे खेत में फेंक दिया.