बाराबंकी: जिले में बाराबंकी पुलिस ने करीब 9 महीने पहले एक व्यक्ति की गला रेतकर की गई हत्या का खुलासा किया है. हत्या के मामले में पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बांका भी बरामद कर लिया. हत्या का कारण सम्पत्ति हड़पना बताया जा रहा है.
9 महीने से पीछे लगी थी टीम
देवां कोतवाली के बरेठी गांव के रहने वाले पीर अली की इसी वर्ष 24 जनवरी की रात कुछ बदमाशों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी. पुलिस अधीक्षक ने वारदात के खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में टीम गठित की थी. टीम लगातार भौतिक और डिजिटल साक्ष्य इकट्ठा कर रही थी. आखिरकार 9 महीने बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने गुरुवार को हत्यारे मजीद और उसके पुत्र इसरार को गिरफ्तार कर लिया.
यह थी हत्या की वजह
अभियुक्त मजीद ने बताया कि वे तीन भाई थे. मजीद, फकीरे और आशिक अली. फकीरे और आशिक अली की मौत के बाद, उनके हिस्से की जमीन मजीद के नाम हो गई. मल्हौर में रहने वाला पुतान अपने को फकीरे का पुत्र बता रहा था. लिहाजा अपने कथित पिता की जमीन को प्राप्त करने के लिए मुकदमा किया. मुकदमा अभी भी विचाराधीन है. मजीद के पड़ोसी पीर अली के साढ़ू का लड़का रसीद भी लखनऊ में रहता है. उसका पुतान के घर आना-जाना है. पुतान भी पीर अली के घर आता जाता था. अभियुक्त मजीद को शंका बनी रहती थी कि कहीं पीर अली पुतान के पक्ष में गवाही दे देगा तो करोड़ों की जमीन उसके हाथ से चली जाएगी. पीर अली को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाकर बांके से उसकी हत्या की गई थी.