बाराबंकी : जिले में तीन अवैध असलहा फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हुआ है. तीन अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई छापेमारी से अपराधियों में हड़कम्प मच गया. पुलिस ने असलहों के इस अवैध धंधे में लिप्त तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में निर्मित, अर्धनिर्मित असलहे और कारतूस बरामद किए हैं. साथ ही असलहे बनाने में प्रयुक्त होने वाले उपकरण भी बरामद किए गए हैं. पकड़े गए तीनों अपराधी बहुत ही शातिर हैं और इस धंधे में लंबे अर्से से लिप्त हैं.
तीन क्षेत्रों हुई छापेमारी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव सकुशल कराने के लिए पुलिस कप्तान के निर्देश पर जिले में अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर नगर कोतवाली, थाना बड्डूपुर और थाना दरियाबाद की पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्रों में छापेमारी की. इन छापेमारी से असलहों के धंधे में लिप्त अपराधियों में हड़कम्प मच गया. इस दौरान तीन अवैध शस्त्र फैक्ट्रियां पकड़ी गईं.
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तीन शातिर अपराधी गिरफ्तार
इस धंधे में लिप्त तीन शातिर अपराधियों को पुलिस ने दबोच लिया. इनमें से नगर कोतवाली इलाके में पकड़ा गया अपराधी साहबदीन पुत्र राजू निवासी धरसनिया बहुत ही शातिर है. इस पर करीब आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. ये नगर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर भी है. दरियाबाद पुलिस द्वारा पकड़ा गया अपराधी साकिर अली पुत्र मुन्ना भी बहुत ही शातिर है. अयोध्या जिले के थाना पटरंगा के नगरा गांव के रहने वाले साकिर पर भी आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. इसी तरह बड्डूपुर पुलिस द्वारा पकड़ा गया अपराधी अनिल कुमार पुत्र बेचेलाल है. कतुरीकला गांव का रहने वाला ये अपराधी बहुत ही खतरनाक है. इस पर आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं.
भारी मात्रा में अवैध असलहे और उपकरण बरामद
इन अवैध शस्त्र फैक्ट्रियों से 07 अदद तमंचे 315 बोर,13 अदद तमंचे 12 बोर, 06 अर्ध निर्मित तमंचे, एक अद्धी अर्धनिर्मित, खोखे, लोहे की नाल, स्प्रिंग समेत शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं.
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पंचायत चुनाव प्रभावित करने की थी मंशा
माना जा रहा है कि इन असलहों का प्रयोग पंचायत चुनाव प्रभावित करने के लिए होता. वोटर्स को धमकाने में इन असलहों का प्रयोग किया जाता. ये तो गनीमत रही कि इन फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हो गया.
ऑन डिमांड बनाये जाते थे असलहे
पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने बताया कि ये बहुत ही शातिर अपराधी हैं. ऑन डिमांड ये लोग असलहे बनाते थे. छोटे असलहे 02 से 03 हजार रुपये में, मीडियम असलहे 04 हजार और बड़े असलहे जैसे बंदूक वगैरह 07 हजार रुपये में बेचते थे. पुलिस कप्तान ने बताया कि ये अभियान लगातार जारी रहेगा.