बाराबंकी: जिले में एक युवती के प्यार में दीवाना हुआ युवक उससे शादी करने के चक्कर में लुटेरा बन गया. 10 दिन पूर्व युवक ने अपनी बुआ के बेटे के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से सरेशाम एक सर्राफा व्यापारी से सोने-चांदी से भरे बैग को लूट लिया था. बुधवार को पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से लूट के करीब छह लाख रुपये की कीमत के सोने-चांदी के जेवरात और लूट में प्रयुक्त दो बाइकें बरामद की गई हैं.
जानें क्या है मामला
टिकैतनगर थाना क्षेत्र के धंधवारा के रहने वाले सुरेश चंद्र जैन की टिकैतनगर कस्बे में सर्राफा और कपड़े की दुकान है. रोज की तरह 24 जनवरी को भी शाम करीब साढ़े पांच बजे सुरेश दुकान बंद कर घर जा रहे थे. सुरेश का बेटा शटर बंद कर रहा था और सुरेश जेवरात से भरा बैग लेकर पैदल घर की ओर बढ़ रहे थे. जैसे ही वह थोड़ी दूर आगे बढ़े कि बाइक सवार दो युवक अचानक उनके पास आये और एक युवक बाइक से उतरा और तुरंत सुरेश जैन को धक्का देकर बैग छीन लिया और फरार हो गए.
लुटेरे गिरफ्तार
सरेशाम हुई इस सनसनीखेज लूट से हड़कंप मच गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी की, लेकिन लुटेरों का कोई सुराग नहीं लग सका. एसपी यमुना प्रसाद ने इस लूट को चैलेंज के रूप में लिया और इसके खुलासे के लिए तीन स्पेशल टीमें बनाई. सीसीटीवी, सर्विलांस और डिजिटल साक्ष्य के आधार पर बुधवार को पुलिस ने टिकैतनगर-बदोसराय रोड पर भारत पेट्रोल पंप के पास से घटना में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी निशानदेही पर पुलिस ने लूट के जेवरात और घटना में प्रयुक्त दो बाइकें बरामद कर लीं. पकड़े गए अभियुक्तों में रिशू वर्मा निवासी सेवढा थाना टिकैतनगर और दूसरा उत्कर्ष कुमार वर्मा है, जो लखनऊ जिले के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सराय गोदौली का रहने वाला है.
कौन है आरोपी रिशू
अभियुक्त रिशू वर्मा टिकैतनगर कस्बे में ही शैलेन्द्र जैन की दुकान पद्मावती ज्वेलर्स पर पिछले सात वर्षों से काम करता था. रिशू एक युवती से प्यार करता था और उससे शादी भी करना चाहता था. करीब छह महीने पहले उसने मालिक शैलेन्द्र जैन से अपनी शादी के लिए कुछ रुपये और गहने उधार मांगे थे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था. तब उसने अपनी बुआ के बेटे उत्कर्ष के साथ मिलकर किसी व्यवसायी को लूटने की योजना बनाई.
पहले की बाइक की चोरी
करीब तीन महीने पहले 21 अक्टूबर को रिशू अपनी बुआ के बेटे उत्कर्ष के साथ रामनगर थाने के भागीरथपुरवा एक बारात गया था और वहीं से उसने एक बाइक चोरी कर ली थी. बाइक को घर लाकर उसने इसकी नंबर प्लेट को पलट कर लगा दिया था.
घटना को दिया अंजाम
रिशु ने उत्कर्ष के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई और उसने सुरेश चंद्र जैन को अपना शिकार चुना, क्योंकि सुरेश रोज घर से जेवरातों से भरा बैग लेकर आते-जाते थे. घटना वाले दिन यानी बीती 24 जनवरी को रिशु ने उत्कर्ष को बुलाया और कोठरी गौरिया पीपा पुल के पास दोनों ने मिलकर शराब पी और लूट की प्लानिंग की. दोनों अलग-अलग बाइकों से करीब साढ़े चार बजे बारिनबाग होते हुए इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप पर पहुंचे और गाड़ियों में पेट्रोल डलवाया.
उसके बाद दोनों ने कस्बे में घूमकर घटना के बाद भागने का रास्ता देखा. बाईपास पर जाकर रिशू ने अपनी बाइक खड़ी कर दी और उत्कर्ष की बाइक पर सवार हो गया और हेलमेट लगा लिया. पहचान छुपाने के लिए जैकेट को उल्टा करके पहन लिया और फिर सुरेश चंद्र की दुकान से थोड़ी दूर पर खड़े हो गए. जैसे ही सुरेश का बेटा शटर बंद करने लगा और सुरेश बैग लेकर पैदल ही आगे बढ़े कि उसी समय रिशू बाइक से उतरा और धक्का देकर बैग छीन लिया और दोनों फरार हो गए.