बाराबंकीः जिले में यूपी पुलिस से बर्खास्त सिपाही लुटेरों का गैंग ऑपरेट कर रहा है. यह गैंग बाराबंकी, लखनऊ और आसपास के कई जिलों में लूट की वारदातों को अंजाम दे रहा है. दो दिन पहले हुई एक लूट के आरोपियों की जब गिरफ्तारी हुई तब इस गैंग का खुलासा हुआ. इस लूट का मास्टरमाइंड बर्खास्त सिपाही निकला.
फतेहपुर कोतवाली के सिहाली गांव के रहने वाले अजमत अली ने ने पुलिस को सूचना दी कि बीती 23 जून को शाम के समय वे अपने भतीजे और ड्राइवर के साथ स्कार्पियो गाड़ी से मेंथा ऑयल लेकर फतेहपुर जा रहे थे. सिहाली नहर पुलिया के पास चार लोग सवार एक कार ने उनकी स्कार्पियो गाड़ी को रोक लिया. कार से एक युवक ने उतरकर अपने आप को पुलिस वाला बताकर स्कार्पियो गाड़ी में बैठ गया. पीड़ित अजमत अली ने बताया कि उसने चलने के लिए कहा. ये लोग पीड़ित को इधर-उधर टहलाते रहे फिर उसे पुलिस लाइन भी लाए. लेकिन थोड़ी देर बाद यहां से निकलकर देवां थाने के माती के पास पीड़ित से 50 हजार रुपये और एक करपा मेंथा ऑयल लूट लिया.
पीड़ित की शिकायत को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरू की. पुलिस कप्तान ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की. स्वाट टीम और सर्विलांस टीमें लगाई गई. आखिरकार पुलिस ने शनिवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त स्कार्पियो कार, 25 हजार रुपये नगद, 20 लीटर मेंथा ऑयल और एक करपा, एक देसी तमंचा और कारतूस भी बरामद की है.
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पकड़े गए युवकों में विशाल सिंह निवासी दलपतपुर थाना महराजगंज जनपद अयोध्या, प्रकाश द्विवेदी निवासी जालहेखोर थाना गोल्हौरा जनपद सिद्धार्थनगर, विकेंद्र सिंह उर्फ विपिन निवासी कटरा सहवाजपुर थाना करनैलगंज जनपद गोंडा, राजू गोस्वामी निवासी भदैया थाना कटरा बाजार जनपद गोण्डा है.
इनमें विशाल सिंह एक बर्खास्त आरक्षी है. ये वर्ष 2006 बैच का सिपाही थे, जिसे जनपद लखनऊ से वर्ष 2020 में पुलिस विभाग से बर्खास्त किया जा चुका है. वर्ष 2019 में इसने चिनहट थाना क्षेत्र में एक वारदात को अंजाम दिया था, जिस पर इसके खिलाफ चिनहट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.
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