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गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नही है पीएम मोदी का ये 'ड्रीम प्रोजेक्ट' - सांसद उपेंद्र सिंह रावत

यूपी का बाराबंकी जिला आयुष्मान कार्ड बनवाने में अयोध्या मंडल में पहले नम्बर पर और प्रदेश में सातवें नम्बर पर है.पीएम योगी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के गुरुवार 23 सितम्बर को तीन वर्ष पूरे हो गए. इस मौके पर दस लाभार्थियों को सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने आयुष्मान कार्ड का वितरण किया गया. सीएमओ डॉ रामजी वर्मा ने बताया कि हमारा पूरा प्रयास है कि लाभार्थियों को उनके दरवाजे पर ही जाकर गोल्डेन कार्ड बना दिया जाय. इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा.

आयुष्मान कार्ड बनवाने में अयोध्या मंडल में पहले नम्बर पर बाराबंकी.
आयुष्मान कार्ड बनवाने में अयोध्या मंडल में पहले नम्बर पर बाराबंकी.
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Published : Sep 24, 2021, 4:44 AM IST

बाराबंकी: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' की उपयोगिता दूसरे जिलों के लोग भले ही न समझ पा रहे हों, लेकिन बाराबंकी के लोग इसकी उपयोगिता से बखूबी वाकिफ हो चुके हैं. यही वजह है कि आयुष्मान कार्ड बनवाने में बाराबंकी जिला अयोध्या मंडल में पहले नम्बर पर और प्रदेश में सातवें नम्बर पर है.

लाभार्थियों के उपचार पर खर्च हो चुके 15 करोड़
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जिले में कुल 2 लाख 65 हजार 373 लाभार्थी हैं. जिनमें 2 लाख 42 हजार 777 लाभार्थी ग्रामीण क्षेत्र के हैं जबकि 22 हजार 596 लाभार्थी शहरी क्षेत्र के हैं. इसी तरह मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत जिले में कुल लाभार्थियों की संख्या 5508 है. इनमें 4177 ग्रामीण क्षेत्र के और 1331 शहरी क्षेत्र के लाभार्थी हैं. इस तरह इन दोनों योजनाओं से जिले के 2,70,881 लाभार्थी आच्छादित हैं. वर्तमान में 3,26,023 आयुष्मान कार्ड (golden card) बनाये जा चुके हैं. यही नहीं 13,164 लाभार्थियों को 15.34 करोड़ रुपये से ज्यादा का उपचार भी प्रदान किया जा चुका है.

आयुष्मान कार्ड बनवाने में अयोध्या मंडल में पहले नम्बर पर बाराबंकी.
योजना में सुधार की उठी मांग
ज्यादातर लोग इस योजना को गरीबों के लिए वरदान मानते हैं, लेकिन इसमें सुधार की भी जरूरत बताते हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर बनी लिस्ट के आधार पर मिलने वाली इस योजना के लाभ से तमाम गरीब लोग वंचित हैं. लिस्ट में नाम न होने से इन गरीबों को महंगे इलाज का दंश झेलना पड़ता है.
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तीन साल पूरे.
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तीन साल पूरे.
शत-प्रतिशत कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान
पीएम योगी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के गुरुवार 23 सितम्बर को तीन वर्ष पूरे हो गए. इस मौके पर दस लाभार्थियों को सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने आयुष्मान कार्ड का वितरण किया गया. सीएमओ डॉ रामजी वर्मा ने बताया कि हमारा पूरा प्रयास है कि लाभार्थियों को उनके दरवाजे पर ही जाकर गोल्डेन कार्ड बना दिया जाय. इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा.
आयुष्मान कार्ड का वितरण
आयुष्मान कार्ड का वितरण
32 अस्पतालों में मिल रहा योजना का लाभ
सितम्बर 2018 से शुरू हुई इस योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये की मदद दी जाती है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने से तीन दिन पहले की जांच और डॉक्टर के खर्च से लगाकर डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद तक की दवाइयों और चेकअप का पूरा खर्चा दिया जाता है. जिले में कुल 32 अस्पतालों में इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है, जिसमें 10 प्राइवेट हॉस्पिटल शामिल हैं. सूचीबद्ध चिकित्सालयों में 1,530 गम्भीर बीमारियों का उपचार किया जाता है.
गोल्डन कार्ड में जनपद की स्थिति
गोल्डन कार्ड संख्या के अनुसार बाराबंकी जिला अयोध्या मंडल में पहले स्थान पर है जबकि प्रदेश में जिले का स्थान सातवां है. लाभार्थियों को क्लेम देने के मामले में जिला पहले स्थान पर है.

बाराबंकी: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट 'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' की उपयोगिता दूसरे जिलों के लोग भले ही न समझ पा रहे हों, लेकिन बाराबंकी के लोग इसकी उपयोगिता से बखूबी वाकिफ हो चुके हैं. यही वजह है कि आयुष्मान कार्ड बनवाने में बाराबंकी जिला अयोध्या मंडल में पहले नम्बर पर और प्रदेश में सातवें नम्बर पर है.

लाभार्थियों के उपचार पर खर्च हो चुके 15 करोड़
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जिले में कुल 2 लाख 65 हजार 373 लाभार्थी हैं. जिनमें 2 लाख 42 हजार 777 लाभार्थी ग्रामीण क्षेत्र के हैं जबकि 22 हजार 596 लाभार्थी शहरी क्षेत्र के हैं. इसी तरह मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत जिले में कुल लाभार्थियों की संख्या 5508 है. इनमें 4177 ग्रामीण क्षेत्र के और 1331 शहरी क्षेत्र के लाभार्थी हैं. इस तरह इन दोनों योजनाओं से जिले के 2,70,881 लाभार्थी आच्छादित हैं. वर्तमान में 3,26,023 आयुष्मान कार्ड (golden card) बनाये जा चुके हैं. यही नहीं 13,164 लाभार्थियों को 15.34 करोड़ रुपये से ज्यादा का उपचार भी प्रदान किया जा चुका है.

आयुष्मान कार्ड बनवाने में अयोध्या मंडल में पहले नम्बर पर बाराबंकी.
योजना में सुधार की उठी मांग
ज्यादातर लोग इस योजना को गरीबों के लिए वरदान मानते हैं, लेकिन इसमें सुधार की भी जरूरत बताते हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर बनी लिस्ट के आधार पर मिलने वाली इस योजना के लाभ से तमाम गरीब लोग वंचित हैं. लिस्ट में नाम न होने से इन गरीबों को महंगे इलाज का दंश झेलना पड़ता है.
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तीन साल पूरे.
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तीन साल पूरे.
शत-प्रतिशत कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान
पीएम योगी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के गुरुवार 23 सितम्बर को तीन वर्ष पूरे हो गए. इस मौके पर दस लाभार्थियों को सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने आयुष्मान कार्ड का वितरण किया गया. सीएमओ डॉ रामजी वर्मा ने बताया कि हमारा पूरा प्रयास है कि लाभार्थियों को उनके दरवाजे पर ही जाकर गोल्डेन कार्ड बना दिया जाय. इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा.
आयुष्मान कार्ड का वितरण
आयुष्मान कार्ड का वितरण
32 अस्पतालों में मिल रहा योजना का लाभ
सितम्बर 2018 से शुरू हुई इस योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये की मदद दी जाती है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने से तीन दिन पहले की जांच और डॉक्टर के खर्च से लगाकर डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद तक की दवाइयों और चेकअप का पूरा खर्चा दिया जाता है. जिले में कुल 32 अस्पतालों में इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है, जिसमें 10 प्राइवेट हॉस्पिटल शामिल हैं. सूचीबद्ध चिकित्सालयों में 1,530 गम्भीर बीमारियों का उपचार किया जाता है.
गोल्डन कार्ड में जनपद की स्थिति
गोल्डन कार्ड संख्या के अनुसार बाराबंकी जिला अयोध्या मंडल में पहले स्थान पर है जबकि प्रदेश में जिले का स्थान सातवां है. लाभार्थियों को क्लेम देने के मामले में जिला पहले स्थान पर है.
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