बाराबंकी: उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने बाराबंकी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. साथ ही वह अयोध्या और फैजाबाद स्टेशनों का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि रेलवे विभाग की जमीनों पर कब्जा जमाए लोगों से विभाग अपनी जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराएगा. उन्होंने कहा कि रेलवे का फोकस इस बात को लेकर है कि राम मंदिर का निर्माण शुरू होने से बढ़ रहे तीर्थयात्रियों को कैसे हैंडल किया जाए. साथ ही उनको ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं कैसे दी जाए. लखनऊ और अयोध्या के बीच में स्थित होने के चलते उन्होंने बाराबंकी स्टेशन की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया.
उत्तर रेलवे महाप्रबंधक ने किया निरीक्षण
राममंदिर निर्माण की शुरुआत हो जाने के बाद से तीर्थयात्रियों की आमद बढ़ने से उत्तर रेलवे ने भी अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं. इसी के मद्देनजर रेलवे अधिकारी लगातार निरीक्षण कर मातहतों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं. बीती 19 फरवरी को डीआरएम संजय त्रिपाठी ने निरीक्षण किया था. वहीं एक हफ्ते के अंदर ही महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने लखनऊ से अयोध्या सेक्शन का निरीक्षण किया.
तीर्थयात्रियों को अधिकतम सुविधाएं देने पर रेलवे का फोकस
रेलवे विभाग का उद्देश्य है कि रेल से अयोध्या राममंदिर दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिल सके. इसके लिए अयोध्या, फैजाबाद और लखनऊ स्टेशनों के बीच पड़ने वाले स्टेशनों का भी कायाकल्प किया जा रहा है. बाराबंकी से अकबरपुर तक रेल दोहरीकरण और विद्युतीकरण किया जा रहा है. जिसे दिसंबर 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा.
सेफ्टी और स्पीड ट्रायल का किया निरीक्षण
लखनऊ से अयोध्या सेक्शन के निरीक्षण के दौरान उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने रेलवे सुरक्षा का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने स्पीड ट्रायल भी किया. ये सेक्शन 100 किमी. प्रति घंटा के लिए निर्धारित है. मगर उन्होंने ट्रायल के तौर पर 117 किमी. प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलवाकर देखा. जिससे वे पूरी तरह संतुष्ट नजर आए. महाप्रबंधक ने इंजीनियरिंग सेक्शन समेत ट्रैक और प्लेटफॉर्म की साफ-सफाई भी देखी.
विशेष अभियान चलाकर अपनी जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराएगा रेलवे विभाग - बाराबंकी न्यूज
उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बाराबंकी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि रेलवे विभाग की जमीनों पर कब्जा जमाए लोगों से विभाग अपनी जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराएगा.
बाराबंकी: उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने बाराबंकी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. साथ ही वह अयोध्या और फैजाबाद स्टेशनों का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि रेलवे विभाग की जमीनों पर कब्जा जमाए लोगों से विभाग अपनी जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराएगा. उन्होंने कहा कि रेलवे का फोकस इस बात को लेकर है कि राम मंदिर का निर्माण शुरू होने से बढ़ रहे तीर्थयात्रियों को कैसे हैंडल किया जाए. साथ ही उनको ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं कैसे दी जाए. लखनऊ और अयोध्या के बीच में स्थित होने के चलते उन्होंने बाराबंकी स्टेशन की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया.
उत्तर रेलवे महाप्रबंधक ने किया निरीक्षण
राममंदिर निर्माण की शुरुआत हो जाने के बाद से तीर्थयात्रियों की आमद बढ़ने से उत्तर रेलवे ने भी अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं. इसी के मद्देनजर रेलवे अधिकारी लगातार निरीक्षण कर मातहतों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं. बीती 19 फरवरी को डीआरएम संजय त्रिपाठी ने निरीक्षण किया था. वहीं एक हफ्ते के अंदर ही महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने लखनऊ से अयोध्या सेक्शन का निरीक्षण किया.
तीर्थयात्रियों को अधिकतम सुविधाएं देने पर रेलवे का फोकस
रेलवे विभाग का उद्देश्य है कि रेल से अयोध्या राममंदिर दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिल सके. इसके लिए अयोध्या, फैजाबाद और लखनऊ स्टेशनों के बीच पड़ने वाले स्टेशनों का भी कायाकल्प किया जा रहा है. बाराबंकी से अकबरपुर तक रेल दोहरीकरण और विद्युतीकरण किया जा रहा है. जिसे दिसंबर 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा.
सेफ्टी और स्पीड ट्रायल का किया निरीक्षण
लखनऊ से अयोध्या सेक्शन के निरीक्षण के दौरान उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने रेलवे सुरक्षा का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने स्पीड ट्रायल भी किया. ये सेक्शन 100 किमी. प्रति घंटा के लिए निर्धारित है. मगर उन्होंने ट्रायल के तौर पर 117 किमी. प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलवाकर देखा. जिससे वे पूरी तरह संतुष्ट नजर आए. महाप्रबंधक ने इंजीनियरिंग सेक्शन समेत ट्रैक और प्लेटफॉर्म की साफ-सफाई भी देखी.