बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी रेलवे स्टेशन से शुरू होकर नगर के सट्टी बाजार तक शहर में रोजाना हजारों महिलाओं का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन इस पूरे रास्ते में एक भी महिला प्रसाधन नहीं है. इस बड़ी समस्या को लेकर महिला एवं बाल कल्याण के लिए काम कर रही एक संस्था आगे आई है. संस्था के सदस्यों ने बुधवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य से महिला प्रसाधन बनवाने के लिए गुहार लगाई. यही नहीं, संस्था के लोगों ने यह भी कहा है कि अगर प्रशासन स्थान उपलब्ध करा दे तो वे लोग खुद अपने खर्चे पर प्रसाधन बनवा देंगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला आयोग की सदस्य ने नगरपालिका प्रशासन को इस बाबत निर्देश जारी किए हैं.
शहर भर में नहीं है महिला प्रसाधन
यूं तो आधी आबादी के लिए तमाम बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं, लेकिन राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी शहर की विडंबना है कि पूरे शहर में महिलाओं के लिए कोई भी प्रसाधन नहीं है. रेलवे स्टेशन से शुरू हुआ शहर सट्टी बाजार तक फैला है, लेकिन पूरे शहर में एक भी महिला प्रसाधन नहीं है.
महिला हितैषी संस्था आई आगे
शहर में रोजाना हजारों महिलाओं का आना-जाना लगा रहता है. वहीं शुक्रवार को सट्टी बाजार लगने की वजह से शहर में महिलाओं की खासी भीड़ रहती है. ऐसे में प्रसाधन न होने से महिलाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. आधी आबादी की इस बड़ी समस्या को लेकर महिला एवं बाल कल्याण के लिए काम करने वाली एक संस्था 'जागो री जागो' आगे आई है.
महिला आयोग की सदस्य ने दिखाई गंभीरता
बुधवार को संस्था के संस्थापक ने राज्य महिला आयोग की सदस्य कुमुद श्रीवास्तव से प्रसाधन बनवाने की गुहार लगाई. संस्था के सदस्यों ने यहां तक कहा है कि अगर प्रशासन उन्हें स्थान चिन्हित करके दे, तो वे लोग अपने खर्चे पर प्रसाधन बनवाने को तैयार हैं. वहीं इस बड़ी समस्या को महिला आयोग की सदस्य ने गम्भीरता से लेते हुए नगर पालिका प्रशासन को इस बाबत निर्देश जारी किए हैं.
यह भी पढ़ें- ट्रस्ट के एलान की तारीख पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने खड़े किए सवाल, दिए ये तर्क