बाराबंकीः कोविड-19 ने तमाम गतिविधियों में बदलाव कर दिया है. शिक्षा विभाग पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा है. किसी भी कीमत पर पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए विभाग द्वारा तमाम तरीके अपनाए जा रहे हैं. शिक्षकों को शिक्षा के आधुनिक तौर तरीकों की ट्रेनिंग दी जा रही है. बेसिक शिक्षकों की तर्ज पर माध्यमिक विद्यालयों के नव नियुक्त शिक्षकों को भी इन तौर तरीकों से रूबरू कराया जा रहा है.
एक्सपर्ट दे रहे विशेष प्रशिक्षण
तीन दिनों तक चलने वाली इस विशेष ट्रेनिंग में हर विधा के एक्सपर्ट इन अध्यापकों को विभागीय संरचना, बुनियादी ढांचा, कक्षा प्रबंधन, शिक्षा पद्धति, सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा में नवाचार, जैसी तमाम बारीकियों से अवगत करा रहे हैं.
नवनियुक्त शिक्षकों में उत्साह
ट्रेनिंग ले रहे शिक्षकों में भी इसको लेकर खासा उत्साह है. इन नवनियुक्त शिक्षकों का मानना है कि कोविड के इस दौर में जब अध्यापन कार्य एक चैलेंज बना है. ऐसे में ये ट्रेनिंग उनके लिए खासी उपयोगी है.
तीन दिनों का विशेष प्रशिक्षण
जिले में माध्यमिक विद्यालयों में नव नियुक्त हुए 17 शिक्षकों को पठन-पाठन से लेकर विभागीय संरचना तक की जानकारी दी जा रही है. डायट के प्रवक्ताओं, जीआईसी प्रिंसिपल, समेत कई एक्सपर्ट इन नव नियुक्त शिक्षकों को हर विधा में पारंगत कर रहे हैं. खासकर शिक्षा में सूचना प्रोद्योगिकी, शिक्षा में नवाचार, परिषदीय शिक्षा प्रणाली, जीवन में अनुशासन, शिक्षा में खेलकूद की अहमियत, कमजोर बच्चों के लिए शिक्षा और पर्यावरण को शुद्ध रखने के तौर तरीके बताए जा रहे हैं.
कोविड के इस दौर में अध्धयन और अध्यापन एक चैलेंज बन गया है. ऐसे में शिक्षकों को आधुनिक तकनीकों और तौर तरीकों से परिपक्व बना कर ही इस चैलेंज का मुकाबला किया जा सकता है.