बाराबंकी: रानीगंज में लगभग 30 वर्षों से प्रतिमा स्थापित करने की अनोखी परंपरा चली आ रही है. यहां के लोग हर्षोल्लास के साथ नवरात्रि का पर्व मनाते हैं. मां दुर्गा का आशीर्वाद बना रहे इसके लिए अनोखी रीति-रिवाज के साथ मनाया जाता है. इसमें दुर्गा मां की प्रतिमा को 30 फुट ऊपर स्थापित किया जाता है.
इस पूजा का शुभारंभ एक मुस्लिम भाई के द्वारा कराया जाता है जो कि गंगा जमुनी तहजीब की एक मिसाल है. गंगा जमुनी की मिसाल रानीगंज में देखने को मिलती है.
रानीगंज में अनोखे रीति रिवाज
रामनगर के रानीगंज में 30 वर्षों से मां दुर्गा की प्रतिमा एक अनोखी तरह से रखी जाती है. 30 फुट ऊपर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है जिनकी ज्योति ज्वाला देवी से लोग लेकर पैदल आते हैं. यहां मान्यता है कि यहां पर जो भी लोग मन्नत मांगते हैं वह पूरी होती है. इस भव्य मूर्ति के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं. मां दुर्गा की चढ़ाई चढ़कर पूजा अर्चना और अपनी मन्नत मांगते हैं.
मां दुर्गा काआशीर्वाद यहां के क्षेत्रवासियों पर बना रहे और हर साल एक नया आयोजन नए तरह से किया जाता है.
-अयाज अहमद, कमेटी सदस्य
लगातार 30 वर्षों से यहां भव्य मेले का आयोजन होता है और हर साल दूर-दूर से मां के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं. मां दुर्गा की ज्योति ज्वाला देवी से लाई जाती है. हिंदू मुस्लिम भाईचारे और गंगा जमुनी की तहजीब की मिसाल रानीगंज की दुर्गा पूजा है.
-ज्ञानू सिंह, कमेटी अध्यक्ष