बाराबंकी: जिले में उर्दू अदब को बढ़ाने वाले मशहूर शायर पंडित हनुमान प्रसाद मिश्र 'आजिज मातवी' की याद में शुक्रवार रात अजीमुश्शान मुशायरे का आयोजन किया गया. शायरों की संस्था तामीर फाउंडेशन के बैनर तले नगर के गांधी भवन में आयोजित इस मुशायरे में लखनऊ, रायबरेली और प्रतापगढ़ समेत कई जिलों के शायरों ने अपने कलाम पेश कर खूब वाहवाही लूटी. कार्यक्रम की अध्यक्षता बुजुर्ग उस्ताद शायर रहबर ताबानी ने की और निजामत शहबाज तालिब ने की. मुशायरे में मशहूर शायर वासिफ फारूकी बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए.
यहां के देवा ब्लाक के छोटे से गांव के रहने वाले पंडित हनुमान प्रसाद मिश्र 'आजिज मातवी' ने उर्दू अदब में जिले को नई ऊंचाइयां दीं. सन 1932 में पैदा हुए आजिज मातवी की 2014 में मौत हो गई. उनकी गजलों के कई संग्रह प्रकाशित हुए. जिले के उर्दू अदब से सम्बन्ध रखने वाले तमाम लोग उनको आज भी बतौर उस्ताद के तौर पर याद करते हैं. उनकी याद को बरकरार रखने के लिए जिले के शायरों की संस्था तामीर फाउंडेशन ने शुक्रवार को एक मुशायरे का आयोजन किया. इस मुशायरे में शायरों ने अपने कलाम पेश कर लोगों को वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया.