बाराबंकी : पिता की बर्बरता से तंग आकर नाबालिग बेटी ने मां और दोस्तों के साथ मिलकर अपने पिता की निर्मम हत्या कर डाली. ये राज छुपा रहे, इसलिए मां-बेटी ने लाश भी ठिकाने लगाने का बंदोबस्त कर लिया था. लेकिन शव को ठिकाने लगाने जाते समय गाड़ी कीचड़ में फंस गई और हत्या का राजफाश हो गया. ये सनसनीखेज मामला राजधानी लखनऊ से जुड़ा है.
सफारी गाड़ी में मिला था शवः बीते मंगलवार को सुबह जैदपुर थाना क्षेत्र के पाटमऊ में उस वक्त सनसनी फैल गई थी, जब गांव के किनारे नहर के पास बीजेपी झंडा लगी एक लावारिस लग्जरी सफारी में एक खून से लथपथ शव मिला था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने चद्दर में लिपटा शव गाड़ी से उतरवाया. मृतक की शिनाख्त लखनऊ के बक्शी का तालाब क्षेत्र के रुदही गांव के जगतपाल के रूप में हुई. जगतपाल की योजनाबद्ध तरीके से हत्या की गई थी. उसका गला बुरी तरह से रेता गया था साथ ही पूरे बदन पर पेंचकस से छेद किये गए थे. यही नही हत्यारों ने शव को पहले एक पॉलिथीन में लपेटा और उसके बाद चद्दर में बांध दिया था.
अनजान बनकर पत्नी ने दर्ज कराया था मुकदमाः वहीं, इस मामले में 19 अप्रैल को मृतक जगतपाल लोधी की पत्नी पिंकी देवी ने जैदपुर थाने में तहरीर दी कि उसके पति अपनी सफारी कार संख्या यूपी 32 DQ 0742 से जरूरी काम से बाहर गए थे और उनका शव पाटमऊ नहर पटरी पर कार में मिला है. किसी अज्ञात ने उसके पति की हत्या कर दी है. इस सूचना पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू की.
लखनऊ पहुंची टीम की पड़ताल में हुआ खुलासाः पुलिस कप्तान ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए तीन टीमें गठित की थी. सीओ नवीन कुमार के नेतृत्व में एक टीम मृतक के घर रुदही गांव बक्शी का तालाब पहुंची और परिजनों से पूछताछ शुरू किया. मोबाइल फोन कॉल्स, डिजिटल डेटा और मैनुएल इंटेलिजेंस के आधार पर पुलिस ने इस हत्या का राजफाश कर दिया. पुलिस ने इस वारदात में शामिल शिवम, कुणाल और मृतक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया. तथा मृतक की नाबालिग बेटी को भी संरक्षण में ले लिया.
क्या थी हत्या की वजहः हत्या के पीछे जो कहानी सामने आई वो चौंकाने वाली है. दरअसल मृतक जगतपाल लोधी बक्शी का तालाब थाने का हिस्ट्रीशीटर था. वो अपनी पत्नी पर बहुत ही जुल्म करता था. आये दिन उसको मरता पीटता था, उसने बर्बरता की सारी हदें पार कर दी थीं. जगतपाल की दो बेटियां थी, अपनी मां पर हो रहे जुल्म से वे भी आहत थी और पिता से छुटकारा चाहती थी.
घटना को कैसे दिया अंजामः इसी बीच फेसबुक के जरिये आरोपी नाबालिग बेटी की शिवम नाम के लड़के से दोस्ती हुई.उसने उससे पिता की बर्बरता बताई. फिर मां बेटी ने एक बड़ी साजिश रची. बीती 18 अप्रैल की रात में दस बजे दोनों मां-बेटी ने जगतपाल को खाने में नींद की दवा खिला दी. इसके बाद आरोपी बेटी ने शिवम को मैसेज किया कि उसने नींद की दवा दे दी है अब आ जाओ. इसके बाद शिवम अपने दोस्त कुणाल के साथ जगतपाल के घर पहुंचा. इसके बाद जगतपाल की पत्नी ,बेटी और दोनों युवकों ने मिलकर पेंचकस, ईंट, पेपर कटर से नृशंस हत्या कर दी.
लाश ठिकाने लगाने निकले युवकः हत्या के बाद इन लोगों ने जगतपाल के शव को पॉलीथिन में लपेटा फिर चादर में बांधकर सफारी गाड़ी पर लाद लिया और उसे ठिकाने लगाने निकल पड़े. ये लोग सुनसान स्थान की तलाश में लखनऊ कुर्सी रोड होते हुए बाराबंकी अयोध्या हाइवे पर आए. फिर यहां से चलते हुए बाराबंकी हैदरगढ़ रोड पर आ गए.
थोड़ी दूर चलने पर इन्हें एक नहर दिखी. इन्होंने सोचा कि आगे चलकर कही लाश ठिकाने लगा देंगे. लेकिन पाटमऊ गांव के पास जब ये सफारी गाड़ी मोड़ रहे थे तो कीचड़ में फंस गई. इस दौरानसुबह हो गई थी और लोगों का आवागमन शुरू हो गया था. राजफाश न हो जाय लिहाजा इन दोनों युवकों ने गाड़ी छोड़ दी और भाग निकले.
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