बाराबंकी: बुधवार को महिलाओं की समस्याओं की सुनवाई करने आईं राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता बंसल नाराज दिखाई दी. उनकी नाराजगी का कारण थी कि जिस कमरे में महिला मामलों की समीक्षा होनी थी वह कमरा बहुत छोटा था. छोटा कमरा देख उन्होंने सुनवाई से इनकार कर दिया.
सुनवाई के लिए परेशान हुईं महिलाएं
- बुधवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता बंसल पीड़ित महिलाओं की समस्याओं की सुनवाई करने पहुंची.
- छोटा कमरा देख सुनीता बंसल नाराज हो गई.
- उनकी नाराजगी देख मौजूद अधिकारी सकते में आ गए.
- आनन-फानन में अधिकारिओं ने सुनवाई के लिए बड़े हॉल का इंतजाम में लग गए.
- कुछ देर बाद पीड़ित महिलाओं की सुनवाई जिला पंचायत हॉल में हुई.
- इस दौरान पीड़ित महिलाओं को पीडब्लूडी परिसर में काफी देर बैठ कर सुनवाई के लिए परेशान होना पड़ा.
महिलाओं की जन सुनवाई को लेकर जिले के अधिकारी गंभीर नहीं हैं. हर महीने के पहले बुधवार को होने वाली जनसुनवाई महज औपचारिकता बन कर रह गई है. पिछले एक साल से जितनी भी जनसुनवाई हुई है वो पीडब्लूडी के इसी छोटे से कमरे में ही निपटा दी गई है. इससे पहले भी सदस्यों ने हॉल छोटा होने की बात उठाई थी लेकिन अधिकारियों ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया. इस बार सुनीता बंसल के कड़े रुख को देख अधिकारी सकते में आ गए. निश्चित ही बड़े हॉल में सुनवाई होने से पीड़ितों को बैठने की सुविधा भी होगी साथ ही पीड़ित महिलाएं सुनवाई में आने से संकोच भी नहीं करेंगी.
आज हम अपनी परेशानी लेकर यहां आए थे. कमरा छोटा होने की वजह से उन्होंने हमें जिला पंचायत कार्यालय में बुलाया है.
-पीड़ित महिला
वहां कमरा छोटा था इसलिए हमने सभी महिलाओं को यहां बुलाया है. वहां सही तरीके से समीक्षा नहीं हो पाती इसलिए पीड़ितों को जिला पंचायत कार्यालय में बुलाया है.
-सुनीता बंसल, सदस्य, राज्य महिला आयोग