बाराबंकी: जिले मूंगफली समझकर जेट्रोफा का फल खा लेने से करीब 12 लोग बीमार हो गए. अचानक जब इनको लोगों को उल्टी दस्त शुरू हुए, तो गांव में हड़कंप मच गया. आनन फानन में परिजनों ने बीमार बच्चों और महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया.
जैदपुर थाना क्षेत्र के चंदौली का पुरवा गांव के करीब 12 लोग और बच्चे दोपहर बाद दाल में डाल कर बनाई जाने वाली बथुई(बथुआ साग) बीनने गांव के बाहर खेत में गए थे. बथुई बीनने के दौरान इन बच्चों पास के खेत के किनारे लगा जेट्रोफा का पेड़ देखा. नादान बच्चे जेट्रोफा को मूंगफली समझ कर तोड़कर खाने लगे. यही नहीं ये बच्चे कुछ फल अपने साथ गांव भी ले आए.
गांव में कुछ महिलाओं ने भी इसे मूंगफली समझा और खा लिया. थोड़ी देर बाद इन बच्चों और महिलाओं के उल्टी दस्त शुरू हो गए. परिजनों ने जब इन बच्चों से पूछा तो पता चला कि इन बच्चों ने जेट्रोफा का फल खाया है. आनन-फानन में लोग अपने बीमार बच्चों और महिलाओं को लेकर अस्पताल की ओर भागे.
जिला अस्पताल में दो महिलाओं और 07 बच्चों 14 वर्षीय लक्ष्मी पुत्री राम कैलाश, 9 वर्षीय रंजना पुत्री मिथलेश, 14 वर्षीय गुड़िया पुत्री धनीराम और 11 वर्षीय विक्की पुत्र मुन्नू प्रसाद, माही, सरोज और ज्योति को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि छुट्टा मवेशियों से फसल को बचाने के लिए लोग अपने खेतों के किनारे इस पेड़ को लगा देते हैं. ये जहरीला पेड़ होता है. ग्रामीण इसे डीजल का पेड़(diesel tree) बोलते हैं. फिलहाल जिला अस्पताल में बच्चों और महिलाओं का इलाज चल रहा है.