बाराबंकी: जिले में दबंगों के साथ-साथ पुलिस के दबाव से परेशान एक व्यक्ति ने मंगलवार को आत्मदाह का प्रयास किया. जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अपने शरीर पर मिट्टी का तेल डालते देख पास में ही मौजूद कुछ अधिवक्ता दौड़े और उसे आत्मदाह से रोका. इस घटना के बाद कलेक्ट्रेट में हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में नगर कोतवाली पुलिस ने उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया. पीड़ित और आसपास मौजूद लोगों के कहने पर उसे तहसील दिवस ले जाया गया, जहां मौजूद एसडीएम, तहसीलदार और सीओ नगर ने उसका मामला सुना और तहसील दिवस के बाद उसके मामले के निस्तारण के लिए मौके पर जाने की बात कही.
जिले के सतरिख थाना क्षेत्र के मौथरी गांव का रहने वाला फरियाद पुत्र पियारे का गांव में गाटा संख्या 1270 पर मकान बना है. उसके घर के सामने सहन की जमीन है. बीती 22 अक्टूबर को जब वह अपनी जमीन पर पानी निकालने के लिए नाली बना रहा था कि उसके पड़ोसी हसन आलम और मुबीन आ गए और उन्होंने गालियां देते हुए नाली में डाला जा रहा पाइप उखाड़कर फेंक दिया. यही नहीं गांव के मुबीन, हसन आलम, आमिर और जाबिर ने उसके बेटों को मारा-पीटा. परेशान दोनों बेटे सतरिख थाने रिपोर्ट लिखाने पहुंचे. रिपोर्ट लिखाने जाने की सूचना पर दबंग उसके घर आ गए और घर छोड़कर भाग जाने की धमकी दी.
दबंग कर रहे कब्जा
फरियाद का आरोप है कि ये दबंग उसकी जमीन पर कब्जा कर बाउंड्री बनाना चाह रहे हैं. पीड़ित फरियाद ने बताया कि वह राजगीर है. एक घर बनाते समय उसके मालिक से यह जमीन उसने खरीदी थी. वर्ष 2014 से इसी जमीन पर घर बनाकर वह रह रहा है. घर के सामने 15 फुट का सहन है. इसी सहन पर दबंग कब्जा करना चाहते हैं और उसका रास्ता बंद कर रहे हैं. सोमवार को उसे थाने बुलाया गया और वहां तैनात दारोगा माताप्रसाद ने उस पर सुलह का दबाव बनाया और उसे महज 4 फिट का रास्ता दिया गया. इसी से परेशान फरियाद मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा और जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की.